पटना की राजनीति (Patna Politics) में इन दिनों सरकारी आवास को लेकर छिड़ा विवाद और तेज हो गया है। राष्ट्रीय जनता दल द्वारा लगाए गए आरोपों पर जनता दल यूनाइटेड के सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने कड़ा रुख अपनाते हुए साफ कर दिया है कि वे चुप बैठने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने बिना तथ्यों के उन पर सवाल खड़े किए हैं, उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने की तैयारी चल रही है। देवेश चंद्र ठाकुर ने खुद को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सच्चा सिपाही बताते हुए कहा कि उनका राजनीतिक जीवन और कार्यशैली पूरी तरह मुख्यमंत्री के आदर्शों और सिद्धांतों से प्रेरित है।
देवेश चंद्र ठाकुर ने सरकारी आवास को लेकर लगाए जा रहे आरोपों को सिरे से खारिज किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब वे दिल्ली गए थे, उसी समय उन्होंने संबंधित आवास को नियमों के तहत नियमित कराने के लिए आवेदन कर दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि वे न सिर्फ पूरा किराया बल्कि बिजली बिल भी नियमानुसार अदा कर रहे हैं। सांसद ने आरोप लगाने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि एनडीए के नेताओं को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है, लेकिन वे ऐसे किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेंगे और कानूनी रास्ता अपनाने से पीछे नहीं हटेंगे।
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंत्रियों द्वारा अधिकारियों को फटकार लगाए जाने के मुद्दे पर भी देवेश चंद्र ठाकुर ने खुलकर अपनी राय रखी। उन्होंने इसे पूरी तरह जायज ठहराते हुए कहा कि अगर अधिकारी काम में लापरवाही बरतते हैं, तो चुने हुए जनप्रतिनिधियों का दायित्व बनता है कि वे उनसे जवाबदेही तय करें। जनता अपने रुके हुए कार्यों को लेकर बार-बार विधायकों और मंत्रियों के पास आती है। ऐसे में अगर अधिकारी निर्देशों की अनदेखी करते हैं, तो उन्हें सख्ती से काम कराने में कोई गलत बात नहीं है। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया लोकतंत्र को मजबूत करती है, न कि कमजोर।
बिहार में अफसरशाही के हावी होने की चर्चा पर देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि मौजूदा दौर में प्रशासनिक व्यवस्था पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हुई है। भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों पर लगातार छापेमारी और कार्रवाई हो रही है। उन्होंने माना कि बिहार की बड़ी आबादी और काम की अधिकता के कारण कई बार कार्यों में देरी हो जाती है, जिसे लोग अफसरशाही का नाम दे देते हैं। लेकिन हकीकत यह है कि अगर नीयत साफ हो और सिस्टम सक्रिय हो, तो कोई भी काम रुकता नहीं है। सरकार लगातार सुधारात्मक कदम उठा रही है ताकि आम जनता को कम से कम परेशानी हो।\
विधायकों और सांसदों की पेंशन को लेकर उठ रहे सवालों पर भी जेडीयू सांसद ने तथ्यों के साथ जवाब दिया। उन्होंने विधान परिषद सचिवालय की चिट्ठी का हवाला देते हुए कहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि ने गलत तरीके से पेंशन नहीं ली है। देवेश चंद्र ठाकुर ने दो टूक कहा कि इस तरह के मुद्दों पर राजनीति करने से जनता का भला नहीं होता। असली जरूरत शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और विकास जैसे मुद्दों पर ध्यान देने की है। उनका मानना है कि जनता अब सब समझती है और वही नेता टिकेगा जो जमीन पर काम करेगा।






















