पटना: पटना यूनिवर्सिटी में ढाई साल बाद होने जा रहे छात्र संघ चुनावों ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। जन सुराज पार्टी ने अपने अध्यक्ष पद के उम्मीदवार दिवेश दीनू से समर्थन वापस लेते हुए कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के प्रत्याशी मनोरंजन कुमार राजा को समर्थन देने की घोषणा कर दी है। यह घटनाक्रम छात्र राजनीति में एक बड़ी हलचल का संकेत दे रहा है।
जन सुराज ने अपने उम्मीदवार दिवेश दीनू पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के साथ मिल जाने का आरोप लगाया है, जिसके बाद उन्होंने अपना समर्थन एनएसयूआई के मनोरंजन कुमार राजा को देने का फैसला किया। हालांकि, जन सुराज के अन्य पदों के प्रत्याशी मैदान में डटे हुए हैं, और प्रशांत किशोर की टीम उनके प्रचार में जुटी हुई है।
छात्र संघ चुनाव: नाम वापसी के बाद मैदान में कौन?
सोमवार को पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव में कुल सात उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिया। अध्यक्ष पद के लिए निर्दलीय प्रत्याशी प्रियंका कुमारी और जन सुराज के दिवेश दीनू के हटने से अब मुकाबला और दिलचस्प हो गया है।
पद | प्रत्याशी | संगठन |
---|---|---|
अध्यक्ष | मनोरंजन कुमार राजा | एनएसयूआई |
अध्यक्ष | प्रियंका कुमारी | छात्र राजद |
उपाध्यक्ष | शगुन सृजल | एबीवीपी |
महासचिव | ऋृतंभरा रॉय | जन सुराज |
महासचिव | अंकित कुमार | विद्यार्थी परिषद |
महासचिव | नितीश कुमार साह | छात्र राजद |
संयुक्त सचिव | रितिक राज | विद्यार्थी परिषद |
संयुक्त सचिव | नीतीश कुमार साह | छात्र राजद |
कोषाध्यक्ष | अभय कुमार | छात्र राजद |
कोषाध्यक्ष | सौम्या श्रीवास्तव | एनएसयूआई |
कोषाध्यक्ष | ओमजय कुमार | विद्यार्थी परिषद |
छात्र संगठनों की रणनीति और सियासी समीकरण
इस बार का चुनाव छात्र जदयू और छात्र भाजपा के गठबंधन न लड़ने के फैसले के कारण और भी रोचक हो गया है। 2022 में हुए छात्र संघ चुनावों में छात्र जदयू ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, संयुक्त सचिव और कोषाध्यक्ष पदों पर कब्जा जमाया था, जबकि महासचिव का पद विद्यार्थी परिषद के खाते में गया था। लेकिन इस बार, जदयू के चुनाव से हटने के बाद एबीवीपी और एनएसयूआई में कड़ा मुकाबला देखा जा सकता है।
वोटिंग और नतीजों की तारीख़
छात्र संघ चुनाव के लिए 29 मार्च को मतदान होगा, और 30 मार्च को नतीजे घोषित किए जाएंगे। सभी संगठन अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए अंतिम दौर के प्रचार में जुट गए हैं।
पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव 2025 अब पूरी तरह से एनएसयूआई, एबीवीपी, छात्र राजद और जन सुराज के बीच सीधा मुकाबला बन चुका है। जन सुराज द्वारा अंतिम समय में समर्थन बदलने से पूरे चुनावी समीकरण में बड़ा फेरबदल हो गया है। अब देखना होगा कि कौन इस चुनावी रण में बाजी मारता है और पटना यूनिवर्सिटी की राजनीति का नया चेहरा कौन होगा!