पटना जिले को आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने बड़ी विकास योजनाओं का तोहफ़ा दिया। कुल 1433 करोड़ 77 लाख रुपए की लागत से तैयार होने वाली 6 महत्वाकांक्षी परियोजनाओं का शिलान्यास कर उन्होंने क्षेत्र के भविष्य की दिशा तय कर दी। इन योजनाओं में मुख्य रूप से सड़क चौड़ीकरण, पुल निर्माण, जल निकासी व्यवस्था, धार्मिक स्थलों का सौंदर्यीकरण और आधुनिक नागरिक सुविधाओं का विकास शामिल है।
सबसे अहम परियोजना दीदारगंज-फतुहा-बख्तियारपुर-करजान मार्ग और बख्तियारपुर-बाढ़-मोकामा पथ का चौड़ीकरण है। इन सड़कों को चार लेन में बदलने से पटना ग्रामीण और आसपास के क्षेत्रों की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से बदल जाएगी। इससे न केवल लोगों को सुगम आवागमन मिलेगा, बल्कि व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को भी नई रफ्तार मिलेगी।
इसके साथ ही बाढ़ स्थित उमानाथ मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण और नागरिक सुविधाओं का विस्तार भी किया जाएगा। इससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों को बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी। मंदिर परिसर के पास श्मशान घाट का विकास और विद्युत शवदाह गृह का निर्माण, सरकार की सामाजिक और पर्यावरणीय जिम्मेदारी का संकेत देता है।
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बख्तियारपुर में हिदायतपुर और मंझौली को जोड़ने वाले धोबा नदी पर पुल का निर्माण क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को नई दिशा देगा। वहीं वाटर ड्रेनेज परियोजना से बरसात के दौरान जल-जमाव की समस्या से राहत मिलने की उम्मीद है।
नीतीश कुमार ने इस मौके पर कहा कि “प्रगति यात्रा” के दौरान जिन योजनाओं का ऐलान किया गया था, उन्हें रिकॉर्ड समय में स्वीकृति और क्रियान्वयन की दिशा में आगे बढ़ा दिया गया है। उन्होंने दोहराया कि राज्य सरकार जनता से किए गए हर वादे को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इन योजनाओं के पूरा होने के बाद पटना जिले के ग्रामीण और शहरी दोनों हिस्सों में विकास की तस्वीर बदल जाएगी। बेहतर सड़क, आधुनिक बुनियादी ढांचा और धार्मिक पर्यटन के अवसर आने वाले समय में न सिर्फ लोगों के जीवन को आसान बनाएंगे बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी नई ऊर्जा देंगे।






















