[Team Insider]: बिहार में ठंड काफी बढ़ गयी है। बढ़ते ठंड से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया हैं। आम लोगों को अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है। तो वही जानवरों को भी ठंड से परेशानी हो रही है। जानवरों को ठंड से बचाने के लिए क्या कुछ व्यवस्था किया गया है इसकी जानकारी के लिए हमारे संवाददाता पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान (Sanjay Gandhi Biological Park) में गए।
ठंड से बचाने की पुरजोर व्यवस्था
पटना जू में सभी प्रकार के पशु पक्षियों के लिए ठंड से बचाने की विशेष व्यवस्था की गई है, रेंज ऑफिसर (Range officer) ने बताया की कुछ जानवरों को जैसे शेर बाघ तेंदुआ भेड़िया इस टाइप के जानवर को बाहर नहीं निकाला जा रहा है। अंदर हीटर लगाया गया है, हिटर से सभी जानवरों को गर्मी दी जा रही है जो फील्ड में घूमने वाले जानवर हैं जैसे नीलगाय बारहसिंघा हिरण इन सब जानवरों को जमीन पर पुआल की व्यवस्था की गई है ताकि ठंड से इनका बचाव हो सके। इसके अलावा जो पिंजरे में रहने वाले पशु पक्षी है उनको चारों ओर से पुआल से घेराबंदी कर पैक किया गया है।
कुल मिलाकर पशु पक्षियों को ठंड से बचाने की पुरजोर व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा सभी पशु और पक्षियों शाकाहारी और मांसाहारी पशु पक्षियों को ठंड के हिसाब से भोजन दिया जा रहा है। सभी जानवरों को प्रोटीन की मात्रा बढ़ा दी गई है। उसके अलावा मांसाहारी जानवरों का जैसे शेर बाग बाघ चीता तेंदुआ लकड़बग्घा इन सब जानवरों का डाइट 20 से 25 25% बढ़ा दिया गया है।
मौसम के हिसाब से डाईट
उन्होंने बताया कि हालांकि प्रत्येक वर्ष ठंड के मौसम में जानवरों का डाइट बढ़ जाता है वहीं गर्मियों में इनका डाइट कम हो जाता है। बताते चलें कि अभी कोविड 19 प्रोटोकॉल के तहत सरकार द्वारा निर्देशित आम लोगों के लिए चिड़ियाघर को बंद कर दिया गया है। रेंज ऑफिसर का मानना है की बढ़ती ठंड में चिड़ियाघर बंद होने से जानवरों की सेफ्टी हो रही है। हम लोग ठंड के हिसाब से जानवरों को बाहर निकालते हैं अभी लगभग सभी जानवरों को जो पिंजरे में रहने वाले हैं उन्हें लॉक करके रखते हैं।काफी धूप होने पर उन्हें दिन में निकाला जाता है