नासिक : पूर्व विधान पार्षद एवं वरिष्ठ भाजपा नेता प्रो. रणबीर नंदन ने नासिक में आयोजित “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने बिहार और महाराष्ट्र के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक संबंधों पर प्रकाश डालते हुए बिहार सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों का विस्तार से वर्णन किया। प्रो. नंदन ने कहा कि महाराष्ट्र वर्षों से हजारों-लाखों बिहारवासियों की कर्मभूमि रहा है और आज भी बना हुआ है। मुंबई, पुणे, नासिक और नागपुर जैसे शहरों में बिहार के लोगों ने अपनी मेहनत और प्रतिभा से अपनी जगह बनाई है। चाहे बॉलीवुड हो, प्रशासन, टेक्नोलॉजी या श्रमिक वर्ग, बिहार के लोगों ने अपनी कड़ी मेहनत से महाराष्ट्र के विकास में योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र ने हर बिहारी को अपनाया और अवसर प्रदान किए, जो भारतीय एकता और भाईचारे का सबसे बड़ा उदाहरण है।

नासिक को भगवान राम की तपोभूमि बताते हुए प्रो. नंदन ने इसे एक ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और औद्योगिक रूप से उभरता शहर बताया। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार द्वारा बुनियादी ढांचे, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और औद्योगिक विकास पर किए जा रहे कार्य नासिक को भविष्य में देश के सबसे विकसित शहरों में शामिल कर देंगे। प्रो. नंदन ने कहा कि कभी पिछड़ेपन का पर्याय माना जाने वाला बिहार आज तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, ग्रामीण विकास, कानून-व्यवस्था, पथ निर्माण और रोजगार जैसे क्षेत्रों में हुई प्रगति को विस्तार से समझाया।
उन्होंने कहा कि कन्या उत्थान योजना, सरकारी नौकरियों और पंचायतों में 50% आरक्षण, साइकिल योजना जैसी पहलों से बेटियों को आत्मनिर्भर बनाया गया। 10+2 स्कूलों की स्थापना, डिजिटल क्लासरूम, छात्रवृत्ति योजनाएँ और उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता जैसी पहल की गईं। स्टार्टअप नीति के तहत 10 लाख तक की आर्थिक सहायता, स्किल डेवलपमेंट सेंटर, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना जैसी योजनाएँ लागू की गईं। नए पुल, फोरलेन और सिक्सलेन सड़कों का निर्माण तेज़ी से हो रहा है, जिससे राज्य में व्यापार और उद्योगों को बढ़ावा मिल रहा है। पुलिस प्रशासन को आधुनिक बनाया गया है, फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से अपराधियों को जल्द सजा दिलाई जा रही है, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष टास्क फोर्स गठित की गई है।
प्रो. नंदन ने कहा कि बिहार और महाराष्ट्र का संबंध केवल भौगोलिक नहीं, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से गहरे जुड़े हुए हैं। बिहार भगवान बुद्ध और महावीर की धरती है, तो महाराष्ट्र छत्रपति शिवाजी महाराज और ज्योतिबा फुले की कर्मभूमि। सम्राट अशोक की प्रशासनिक नीति को छत्रपति शिवाजी महाराज ने भी अपनाया था। उन्होंने कहा कि मुंबई की लोकल ट्रेन से लेकर फिल्म इंडस्ट्री, आईटी सेक्टर, चिकित्सा, प्रशासन और व्यवसाय तक बिहारियों की मेहनत हर क्षेत्र में दिखती है। मुंबई में फिल्म उद्योग और व्यवसाय में बिहारी समुदाय का योगदान। पुणे और नागपुर में IT सेक्टर में हजारों बिहारी युवा काम कर रहे हैं। महाराष्ट्र में बिहार के डॉक्टर, इंजीनियर और उद्यमी बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।
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प्रो. नंदन ने नासिक में रह रहे बिहारवासियों से आग्रह किया कि वैसे लोग जो बिहार में वोटर हैं, वे बिहार के विकास में भागीदार बनने के लिए बिहार जाकर मतदान अवश्य करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के सपने को साकार करने के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा। इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रो. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए,सह संयोजक ब्रजेश रमण ने बिहार और महाराष्ट्र की साझी संस्कृति, आर्थिक सहयोग और विकास कार्यों को सामने रखा। उन्होंने कहा कि बिहार आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है और आने वाले वर्षों में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल होगा।
कार्यक्रम में प्रशांत जाधव, अध्यक्ष, नासिक महानगर, सुनील केदार, बीजेपी महामंत्री, नासिक महानगर जिला, प्रकाश चौहान, उत्तर भारतीय मंच, महानगर प्रदेश अध्यक्ष, ठाकुर भुवन सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष, उत्तर भारतीय महासभा, विनय पांडे, उत्तर भारतीय महासभा, नासिक ग्रामीण अध्यक्ष, लतीर सिंह वर्मा, उत्तर भारतीय मंच, महामंत्री, नासिक ग्रामीण, धीराज कुमार सिंह, बीजेपी, बिहार प्रकोष्ठ, महानगर अध्यक्ष, ओम प्रकाश यादव, उत्तर भारतीय मंच, महामंत्री, नासिक महानगर, जय प्रकाश मिश्रा, उत्तर भारतीय मंच, उपाध्यक्ष, कृष्णा पांडे, उत्तर भारतीय मंच, प्रदेश उपाध्यक्ष, अमर सिंह, कृष्ण शंकर जी, सविता सिंह, महिला उत्तर भारतीय मोर्चा, अध्यक्ष आदि मौजूद रहे।