गाजा पर इजरायली हमले की त्रासदी को उजागर करने वाली एक हृदय विदारक तस्वीर को साल 2025 के प्रतिष्ठित ‘वर्ल्ड प्रेस फोटो ऑफ द ईयर’ पुरस्कार से नवाजा गया है। इस तस्वीर ने दुनिया भर के लोगों का ध्यान गाजा संकट की ओर खींचा है। पुरस्कार जीतने वाली यह तस्वीर ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के लिए फिलिस्तीनी फोटो जर्नलिस्ट समर अबू एलौफ द्वारा ली गई थी। तस्वीर में 9 वर्षीय फिलिस्तीनी लड़का महमूद अज्जौर दिखाई देता है, जिसने गाजा शहर में हुए इजरायली हवाई हमले में अपने दोनों हाथ खो दिए। यह छवि युद्ध के निर्दोष शिकारों और मानवीय त्रासदी की मूक चीख बन गई है।
अबू एलौफ ने तस्वीर से जुड़ा अपना अनुभव साझा करते हुए ‘अल जजीरा’ को बताया कि महमूद की मां ने मुझे बताया कि जब उसे पहली बार पता चला कि उसके दोनों हाथ कट चुके हैं, तो उसने रोते हुए कहा- ‘मैं अब तुम्हें कैसे गले लगा पाऊंगा।’
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इजरायल द्वारा गाजा में शुरू किए गए सैन्य अभियान में अब तक कम से कम 51,025 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और 116,432 से अधिक घायल हुए हैं। बमबारी के कारण गाजा का अधिकतर इलाका खंडहर में तब्दील हो चुका है। महमूद को इलाज के लिए कतर की राजधानी दोहा लाया गया था, जहां अबू एलौफ फिलिस्तीनी घायलों की तस्वीरें ले रही हैं। खुद गाजा की रहने वाली समर अबू एलौफ को दिसंबर 2023 में वहां से निकाला गया था।
वर्ल्ड प्रेस फोटो की कार्यकारी निदेशक जुमाना एल जीन खोरी ने इस तस्वीर को लेकर कहा कि यह एक शांत तस्वीर है जो बहुत कुछ कहती है। यह सिर्फ एक लड़के की नहीं, बल्कि पूरे युद्ध की कहानी है। यह पीढ़ियों तक गूंजती रहेगी। यह पुरस्कार न सिर्फ समर अबू एलौफ की साहसिक पत्रकारिता का सम्मान है, बल्कि महमूद जैसे नन्हे बच्चों की पीड़ा और संघर्ष को दुनिया के सामने लाने की एक सशक्त कोशिश भी है।