Bihar Politics: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर अपनी ‘बिहार बदलाव यात्रा’ के तहत लगातार अलग-अलग जिलों और प्रखंडों में लोगों से संवाद कर रहे हैं और स्थानीय पत्रकारों से भी बात कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज उन्होंने पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में प्रेस कांफ्रेंस किया। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने मुख्य तौर पर पीएम मोदी के मोतिहारी को मुंबई बना देने के बयान पर हमला किया। साथ ही माई-बहिन योजना के लिए कांग्रेस को घेरा और भाजपा सांसद संजय जायसवाल पर भी पलटवार किया।
प्रशांत किशोर ने कहा कि मोदी जी ने घोषणा की कि मोतिहारी मुंबई बनने वाला है। यह सिर्फ तुकबंदी है। एम से मोतिहारी और एम से मुंबई। जैसे पी से पटना को पी से पुणे बना देने की बात करते हैं। जैसे चीनी मिल शुरू हो गया, वैसे ही यह भी हो जाएगा। हम सोच रहे हैं कि मोदी जी समुंद्र भी ले आएंगे क्या मोतिहारी के पास? हमलोग भी बीच पर घूमेंगे। बहुत बढ़िया हो जाएगा फिर। हम भी भाजपा के वोटर बन जाएंगे।
माई-बहिन योजना पर तेजस्वी और कांग्रेस को घेरा
प्रशांत किशोर ने प्रेस कांफ्रेंस में एक सवाल के जवाब में राजद नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस को भी घेरा। उन्होंने कहा कि माई-बहिन योजना में हर महिला को 2500 रुपये प्रतिमाह देने की बात करते हैं। बिहार में अगर नाबालिग लड़कियों को हटाकर 5 करोड़ महिलायें भी इसकी पात्र मान लें तो करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपये का बजट चाहिए। बिहार के पास इतना बजट ही नहीं है।
कहा कि तेजस्वी यादव जी को तो खैर बजट की समझ है ही नहीं, कांग्रेस के बड़े अर्थशास्त्री पी चिदंबरम जी अगर बिहार आकर बता दें कि इतना रुपया कहां से आएगा तो हम मान जाएंगे। साथ ही अगर यह योजना इतनी महत्वपूर्ण है तो कांग्रेस पहले इसे अपने शासन वाले कर्नाटक, हिमाचल या तेलंगाना में क्यों नहीं लागू करती है?
PK का भाजपा नेता संजय जायसवाल पर हमला
वहीं प्रशांत किशोर ने पश्चिम चंपारण के सांसद संजय जायवाल पर भी हमला किया। उनके एक बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उनको उनकी पार्टी ने खुद आउट कर दिया है इसलिए अब अपने बड़े भाई पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के लिए रनर की तरह बैटिंग करने आए हैं। दिलीप जायसवाल पर सिखों का कॉलेज कब्जा करने का आरोप है, हत्या का आरोप है, वो खुद छुप कर बैठ गए हैं। हमारे आरोपों का अभी तक जवाब भी नहीं दिया है। लेकिन क्रिकेट के खेल की तरह ही जब असली बैट्समैन आउट हो जाता है तो रनर को भी जाना पड़ता है। वैसे ही बड़े भाई तो गए ही गए हैं, अब ये रनर भी जाएंगे।