रामेश्वरम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रामेश्वरम, रामनाथपुरम में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए देशभर में चल रहे मेगा इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की प्रगति की सराहना की। इस दौरान उन्होंने नवनिर्मित पंबन ब्रिज का उद्घाटन भी किया, जो भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट समुद्री ब्रिज है। यह ब्रिज रामेश्वरम द्वीप को मुख्यभूमि भारत से जोड़ता है और भारतीय रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “देश में मेगा प्रोजेक्ट्स पर बहुत तेज गति से काम हो रहा है। अगर आप उत्तर में देखेंगे तो दुनिया के सबसे ऊंचे रेल ब्रिज में से एक, चेनाब ब्रिज, जम्मू-कश्मीर में बनाया गया है।
पश्चिम में जाएंगे तो देश का सबसे लंबा समुद्री पुल, अटल सेतु, मुंबई में बनाया गया है। पूर्व में असम में बोगीबील ब्रिज है, और अब दक्षिण में आकर आप देख सकते हैं कि दुनिया के कुछ वर्टिकल लिफ्ट ब्रिजों में से एक, पंबन ब्रिज, का निर्माण पूरा हो चुका है।” यह कार्यक्रम रामनवमी के अवसर पर आयोजित किया गया था, जो रामेश्वरम जैसे पवित्र स्थानों में विशेष महत्व रखता है। रामेश्वरम में आयोजित इस सभा में हजारों लोग शामिल हुए, जहां लोगों ने उत्साहपूर्वक पीएम मोदी के भाषण को सुना। पंबन ब्रिज, जिसकी लागत लगभग 250 करोड़ रुपये है, 2.06 किलोमीटर लंबा है और यह रामेश्वरम को मंडपम से जोड़ता है। इस ब्रिज के उद्घाटन से क्षेत्र में रेल यातायात बहाल होने की उम्मीद है, जो 2022 में पुराने ब्रिज के जर्जर होने के कारण बंद हो गया था। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में देश के विभिन्न हिस्सों में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के जरिए रोजगार सृजन और तेजी से विकास पर जोर दिया।
इस अवसर पर स्थानीय नेताओं और अधिकारियों ने भी पीएम मोदी का स्वागत किया और इस ऐतिहासिक परियोजना के लिए केंद्र सरकार की सराहना की। एएनआई के अनुसार, यह आयोजन रामेश्वरम में रामनवमी उत्सव के साथ मेल खाता है, जिसने इस कार्यक्रम को और भी खास बना दिया। पंबन ब्रिज के उद्घाटन से न केवल क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार होगा, बल्कि यह रामेश्वरम आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।