बिकानेर (राजस्थान) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राजस्थान के बिकानेर में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए 26,000 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया। उन्होंने ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत में आधुनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए एक ‘महायज्ञ’ चल रहा है, जिसका उद्देश्य 2047 तक देश को एक विकसित राष्ट्र बनाना है।
प्रधानमंत्री ने रेलवे, सड़क, बिजली और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में इन परियोजनाओं की नींव रखी और राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि पहले की तुलना में छह गुना अधिक धनराशि बुनियादी ढांचे के कार्यों पर खर्च की जा रही है, जिससे आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
रेलवे नेटवर्क का आधुनिकीकरण
मोदी ने भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया, जिसमें वंदे भारत, अमृत भारत और नमो भारत ट्रेनों को देश की नई गति और प्रगति का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि ब्रॉड गेज ट्रैकों पर अनमैन्ड रेलवे क्रॉसिंग अब अतीत की बात हो गई है, और 1,300 से अधिक रेलवे स्टेशनों को एक साथ आधुनिक बनाया जा रहा है।
इस अवसर पर, उन्होंने देशनोक रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया, जो करणी माता मंदिर के पास स्थित है और तीर्थयात्रियों की भारी आमद को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है। इसके अलावा, बिकानेर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन को भी फ्लैग ऑफ किया गया, जिससे क्षेत्र में यात्री रेल कनेक्टिविटी में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी।
‘अमृत स्टेशनों’ का उद्घाटन
प्रधानमंत्री ने 103 पुनर्विकसित ‘अमृत स्टेशनों’ का भी वर्चुअल रूप से उद्घाटन किया, जो 86 जिलों में 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 1,100 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए हैं। इन स्टेशनों का उद्देश्य यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करना और रेलवे नेटवर्क को और अधिक कुशल बनाना है।
सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व
इससे पहले, मोदी ने बिकानेर जिले में स्थित करणी माता मंदिर में प्रार्थना की, जहां उन्होंने मंदिर के आध्यात्मिक महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान की संस्कृति और परंपराओं को बनाए रखते हुए आधुनिक बुनियादी ढांचे के विकास से राज्य की समृद्धि और वैभव में वृद्धि होगी।
‘विकसित भारत’ का दृष्टिकोण
प्रधानमंत्री ने ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण को विस्तार से समझाया, जिसमें आर्थिक वृद्धि, तकनीकी उन्नयन, बुनियादी ढांचे का विकास, सामाजिक सशक्तिकरण और सतत विकास शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह दृष्टिकोण भारत को 2047 तक एक आत्मनिर्भर और समृद्ध अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखता है।
रैली में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, जो प्रधानमंत्री के भाषण को सुनने और विकास परियोजनाओं के शुभारंभ का गवाह बनने के लिए एकत्र हुए। लोगों ने मोदी के नेतृत्व और ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया।
इस अवसर पर, प्रधानमंत्री ने कहा, “आज भारत अपने बुनियादी ढांचे में क्रांतिकारी बदलाव ला रहा है, और यह बदलाव हमें 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में ले जाएगा।”