पूरा देश आज दिवाली के जश्न में डूबा है। वहीं प्रधानमंत्री मोदी जो हर बार जवानों के साथ दिवाली मानते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी इस परंपरा को इस बार भी बरकरार रखा है। इस बार भी उन्होंने जवानों के साथ ही दिवाली मनाई। जिसके लिए वो कारगिल पहुंच चुके हैं। कारगिल में तैनात जवानों को मिठाई खिलाकर उन्होंने दिवाली मनाई। जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा की भारत ने हमेशा युद्ध को पहला नहीं आखरी विकल्प माना है । बता दें कि प्रधानमंत्री मंत्री बनने के बाद से ही हर साल वो देश के जवानों के साथ ही दीवाली मानते आए हैं। पिछले आठ साल से अलग-अलग जगहों पर तैनात जवानों के बीच जाकर उन्होंने दिवाली मनाई है।
सामर्थ्य के बिना शांति संभव नहीं
प्रधानमंत्री मोदी ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि हमने युद्ध को कभी भी पहला विकल्प नहीं मना..हमने युद्ध को हमेशा अंतिम विकल्प मना है। हमने युद्ध को अंत तक टालने की कोशिश की है। हम युद्ध के खिलाफ हैं लेकिन सामर्थ्य के बिना शांति संभव नहीं है। अगर कोई हमारी तरफ नजर उठाकर देखेगा तो हमारी तीन सेनाएं दुश्मनों को उसी की भाषा में मुंहतोड़ जवाब देना भी जानती है।
पिछले 8 सालों में इन जगहों पर प्रधानमंत्री ने दिवाली मनाई
2014- सियाचीन में तैनात जवानों के साथ
2015- पंजाब में तैनात जवानों के साथ
2016- हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में भारत-चीन बॉर्डर पर तैनात जवानों के साथ
2017- जम्मु-कश्मीर के गुरेज में तैनात जवानों के साथ
2018- उत्तराखंड के हर्षिल में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस जवानों के साथ
2019- LOC पर तैनात जवानों के साथ
2020- जैसलमेर के लोंगेवाला पोस्ट पर तैनात जवानों के साथ
2021- राजौरी के नौशेरा सेक्टर में तैनात जवानों