नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 122वें एपिसोड में माओवादी हिंसा से प्रभावित क्षेत्रों में आए सकारात्मक बदलावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने महाराष्ट्र के गढ़चिरोली जिले के कटेझरी गांव में पहली बार बस सेवा शुरू होने और छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में शैक्षिक क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति का जिक्र करते हुए इन क्षेत्रों को प्रगति के केंद्र के रूप में उभरते हुए दिखाया। पीएम ने नक्सलवाद के खिलाफ सरकार की सतत लड़ाई और इन क्षेत्रों में विकास के प्रयासों को रेखांकित किया।
कटेझरी में पहली बस का स्वागत ढोल-नगाड़ों के साथ
प्रधानमंत्री ने गढ़चिरोली के कटेझरी गांव की एक मार्मिक कहानी साझा की, जहां माओवादी हिंसा के कारण लंबे समय से बुनियादी सुविधाएं नहीं पहुंच पाई थीं। उन्होंने बताया कि गांव में पहली बार एक राज्य परिवहन बस पहुंची, जिसका ग्रामीणों ने ढोल-नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया।
पीएम मोदी ने कहा, “बस से यात्रा करना एक आम बात है, लेकिन मैं आपको एक ऐसे गांव की बात बताना चाहता हूं जहां पहली बार बस पहुंची। लोग सालों से इस दिन का इंतजार कर रहे थे। जब बस गांव में आई, तो लोगों ने ढोल बजाकर उसका स्वागत किया। गांव में पक्की सड़क थी, लोगों को इसकी जरूरत थी, लेकिन पहले कभी बस नहीं चली। क्यों? क्योंकि यह गांव माओवादी हिंसा से प्रभावित था।”
उन्होंने आगे कहा, “यह जगह महाराष्ट्र के गढ़चिरोली जिले में है और इस गांव का नाम कटेझरी है। कटेझरी में यह बदलाव पूरे आसपास के क्षेत्र में महसूस किया जा रहा है। अब यहां स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है। माओवाद के खिलाफ सामूहिक लड़ाई के कारण ऐसी जगहों पर भी बुनियादी सुविधाएं पहुंचने लगी हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बस के आने से उनकी जिंदगी बहुत आसान हो जाएगी।”
दंतेवाड़ा में शैक्षिक क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति
पीएम मोदी ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शिक्षा के क्षेत्र में हुई प्रगति पर भी जोर दिया, खासकर छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले का उदाहरण देते हुए। उन्होंने बताया कि दंतेवाड़ा के छात्रों ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में शानदार प्रदर्शन किया है। जिले ने लगभग 95 प्रतिशत पास दर हासिल की, जिसमें 10वीं कक्षा के परिणामों में राज्य में पहला स्थान प्राप्त किया और 12वीं कक्षा में छठा स्थान हासिल किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “हम पहले ‘मन की बात’ में छत्तीसगढ़ में आयोजित बस्तर ओलंपिक और माओवादी प्रभावित क्षेत्रों में साइंस लैब्स की चर्चा कर चुके हैं। यहां के बच्चे विज्ञान के प्रति उत्साहित हैं। वे खेलों में भी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे प्रयास दिखाते हैं कि इन क्षेत्रों में रहने वाले लोग कितने साहसी हैं। इन लोगों ने इतनी चुनौतियों के बीच अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने का रास्ता चुना है। मुझे यह जानकर बहुत खुशी हो रही है कि दंतेवाड़ा जिले के 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम शानदार रहे हैं।”
माओवाद के खिलाफ व्यापक अभियान का हिस्सा
कटेझरी में बस सेवा का आगमन और दंतेवाड़ा में शैक्षिक प्रगति माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में केंद्र सरकार के व्यापक अभियान का हिस्सा है। हाल ही में मई 2025 में ‘ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट’ के तहत छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर कुर्रागुट्टा पहाड़ियों में माओवादियों के सबसे मजबूत गढ़ को ध्वस्त किया गया, जिसमें 31 कट्टर माओवादियों को मार गिराया गया और उनके हथियार निर्माण इकाइयों को नष्ट किया गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने माओवादी उग्रवाद को मार्च 2026 तक पूरी तरह खत्म करने की प्रतिबद्धता दोहराई है।
उम्मीद की नई किरण
जैसा कि कटेझरी नए बदलावों का स्वागत कर रहा है और दंतेवाड़ा के छात्र उल्लेखनीय सफलता हासिल कर रहे हैं, पीएम मोदी की ‘मन की बात’ देशभर में हो रहे सकारात्मक परिवर्तनों को दर्शाती है। यह दिखाती है कि चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में भी सुधार संभव है, और सरकार की विकास नीतियां व सुरक्षा बलों की कार्रवाई माओवादी प्रभाव को कम करने में सफल हो रही हैं।