कैथल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को हरियाणा के कैथल में एक भावुक मुलाकात के दौरान रामपाल कश्यप का 14 साल पुराना संकल्प पूरा किया। रामपाल कश्यप ने 14 साल पहले कसम खाई थी कि जब तक नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे, वह जूते नहीं पहनेंगे। आज, जब वह अपने प्रिय नेता से मिले, तो प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं उन्हें जूते पहनाकर उनका वादा पूरा किया। यह घटना कैथल में उस समय हुई जब प्रधानमंत्री वहां एक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। मुलाकात के दौरान रामपाल कश्यप भावुक हो गए और उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने अपने संकल्प को निभाने के लिए इतने सालों तक नंगे पांव रहने का कठिन निर्णय लिया। इस मौके पर मौजूद लोगों ने इस मार्मिक क्षण की खूब सराहना की।
प्रधानमंत्री मोदी ने रामपाल की प्रतिबद्धता की प्रशंसा करते हुए कहा, “ऐसी निष्ठा और विश्वास हर किसी में नहीं होता। मैं रामपाल जी का सम्मान करता हूं और अब मैं चाहता हूं कि वे स्वस्थ और सुखी जीवन जिएं।” इसके बाद उन्होंने अपने हाथों से रामपाल को जूते पहनाए, जिसे देखकर वहां मौजूद सभी लोग अभिभूत हो गए। यह पहला मौका नहीं है जब प्रधानमंत्री मोदी ने इस तरह का भावनात्मक और प्रतीकात्मक कदम उठाया हो। इससे पहले 2015 में जयपुर में बालवंत कुमावत नाम के एक व्यक्ति ने भी ऐसा ही संकल्प लिया था कि वह तब तक नंगे पांव रहेंगे जब तक वह मोदी से नहीं मिल लेते। उनकी मुलाकात के बाद भी मोदी ने उन्हें जूते पहनने की सलाह दी थी।
इसके अलावा, 2022 में वाराणसी के काशी विश्वनाथ धाम में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए मोदी ने 100 जोड़ी जूट के जूते भेंट किए थे, क्योंकि वहां चमड़े या रबर के जूते पहनना मना है। कैथल में हुई इस मुलाकात ने एक बार फिर साबित कर दिया कि प्रधानमंत्री मोदी न केवल देश के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं, बल्कि आम लोगों के साथ उनका व्यक्तिगत और भावनात्मक जुड़ाव भी उतना ही मजबूत है। इस घटना ने सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा बटोरी, जहां लोग रामपाल कश्यप के संकल्प और मोदी के इस मानवीय कदम की तारीफ कर रहे हैं।