अशोकनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में स्थित आनंदपुर धाम में वैशाखी के अवसर पर आयोजित एक सत्संग कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने पूज्य अद्वैतानंद जी महाराज के योगदान की सराहना की और कहा कि उन्होंने अद्वैत के ज्ञान को आम लोगों के लिए सरल और सुलभ बनाया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “इसी परंपरा में पूज्य अद्वैतानंद जी महाराज ने भारत के जन सामान्य तक इसे पहुंचाने का बीड़ा उठाया। महाराज जी ने अद्वैत के ज्ञान को हम सभी के लिए और सरल बनाया, उसे सामान्य मानवी के लिए और सुलभ कर दिया।” आनंदपुर धाम, जो 315 हेक्टेयर में फैला हुआ है, परमहंस अद्वैत संप्रदाय का एक प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र है।
यहाँ सत्संग हॉल, 125 बिस्तरों वाला एक धर्मार्थ अस्पताल, और 500 से अधिक गायों वाला एक आधुनिक गौशाला मौजूद है। इस धाम की स्थापना आध्यात्मिक और परोपकारी उद्देश्यों के लिए की गई थी। पीएम मोदी ने इस दौरान आनंद सरोवर में प्रार्थना की, फूल अर्पित किए और लंगर में प्रसाद ग्रहण किया। उन्होंने परमहंस अद्वैत संप्रदाय के तीन प्रमुख मंदिरों का भी दौरा किया और वर्तमान गुरु से मुलाकात की। इस आयोजन में राज्य के राज्यपाल मंगू भाई पटेल और मुख्यमंत्री भी मौजूद थे। अद्वैतानंद जी महाराज, जिन्हें श्री परमहंस दयाल महाराज जी के नाम से भी जाना जाता है, श्री परमहंस अद्वैत मत के “प्रथम आध्यात्मिक गुरु” थे।
19वीं सदी में उन्होंने सहज योग और भक्ति का संदेश बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान जैसे क्षेत्रों में फैलाया। उनके द्वारा स्थापित आश्रमों को “कृष्ण द्वार” के नाम से जाना जाता है। इस दौरे के दौरान पीएम मोदी ने आनंदपुर धाम के शैक्षिक और स्वास्थ्य संबंधी पहलों की भी सराहना की, जो इस क्षेत्र में सामाजिक उत्थान के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। प्रशासन ने इस यात्रा के लिए सभी आवश्यक तैयारियाँ पूरी कर ली थीं।