2025 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे लगातार सियासी हलचल पैदा कर रहे हैं। पिछले 6 महीनों में यह पीएम मोदी का चौथा दौरा था। भागलपुर, मधुबनी, पटना और शाहाबाद के बाद अब सिवान की रैली ने कई राजनीतिक संकेत छोड़ दिए हैं, जिनमें सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बनी – बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष द्वारा पीएम को दी गई ‘गुप्त पर्ची’।
सिवान रैली: पर्ची ने बटोरा ध्यान, संदेश गया गहरा
सिवान में जैसे ही पीएम मोदी मंच पर पहुंचे, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने हाथ में एक पर्ची थमाई। पीएम मोदी ने उस पर्ची को ध्यान से पढ़ा, फिर उसे मुट्ठी में बंद कर लिया। कैमरे की निगाहें उस पर्ची पर टिक गईं, लेकिन मंच पर सन्नाटा छाया रहा। यह पर्ची महज सूचना है या कोई संदेश, यह स्पष्ट नहीं है। संभावना है कि यह सीट समीकरण, स्थानीय स्थिति या विरोधी दलों के खिलाफ ग्राउंड इंटेलिजेंस से जुड़ा कोई अपडेट हो।
अंबेडकर के बहाने RJD पर हमला, लालू का नाम नहीं फिर भी तीर सीधा
अपने भाषण के अंत में पीएम मोदी ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर से जुड़े अपमान का मुद्दा उठाते हुए आरजेडी और कांग्रेस पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार में पोस्टर लगे हैं कि बाबा साहब के अपमान पर माफी मांगो। लेकिन मैं जानता हूं कि ये लोग माफी नहीं मांगेंगे।इसके साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ दिया कि RJD और कांग्रेस बाबा साहब की तस्वीर को पैरों में रखती है, जबकि हम उसे दिल में रखते हैं।