जेद्दा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को सऊदी अरब के जेद्दा पहुंचे, जहां भारतीय प्रवासी समुदाय ने उनका भव्य स्वागत किया। किंग अब्दुलअजीज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भारतीय डायस्पोरा के सदस्य पारंपरिक परिधानों में एकत्रित हुए, जो भारत और सऊदी अरब के बीच गहरे सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों का प्रतीक है। यह यात्रा सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के निमंत्रण पर हो रही है, जो 22-23 अप्रैल तक दो दिवसीय होगी।
यह यात्रा भारत-सऊदी अरब संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत मानी जा रही है। पिछले चार दशकों में किसी भारतीय नेता की जेद्दा की यह पहली यात्रा है। दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध 1947 में स्थापित हुए थे, और तब से यह रिश्ता आर्थिक, सांस्कृतिक और रणनीतिक साझेदारी तक विकसित हो चुका है। 2023 में दोनों देशों के बीच व्यापार 52.7 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जिसमें पेट्रोलियम निर्यात की अहम भूमिका रही।
सऊदी अरब में करीब 26 लाख भारतीय प्रवासी रहते हैं, जो वहां की अर्थव्यवस्था और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। भारतीय राजदूत सुहेल अजाज खान ने इस यात्रा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री की यह यात्रा दोनों देशों के बीच सहयोग को और मजबूत करेगी।” इस दौरे में रक्षा, ऊर्जा और व्यापार जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा होगी, साथ ही पीएम मोदी एक ऐसी फैक्ट्री का भी दौरा करेंगे जहां भारतीय कामगार कार्यरत हैं।
इससे पहले, पीएम मोदी ने 2016 में सऊदी अरब का दौरा किया था, जहां ऊर्जा, रक्षा और बुनियादी ढांचे से जुड़े कई समझौते हुए थे। विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने हाल ही में बताया कि भारत और सऊदी अरब के बीच ऊर्जा व्यापार 2023-24 में 25.7 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया था, और यह यात्रा इस साझेदारी को और बढ़ावा देगी। यह दौरा सऊदी अरब के विजन 2030 के अनुरूप सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा देगा, जिसमें भारत पहले से ही सक्रिय भागीदार रहा है। दोनों देशों के बीच 11 मंत्रिस्तरीय यात्राओं के बाद यह उच्च-स्तरीय मुलाकात क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा का मंच प्रदान करेगी।