पटना के हृदय में स्थित पीएमसीएच (पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) अब एक नए युग में प्रवेश कर चुका है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार शाम 4 बजे इसकी अत्याधुनिक नई इमारत का उद्घाटन किया। इस इमारत के उद्घाटन के साथ ही बिहारवासियों को अब और बेहतर और हाईटेक स्वास्थ्य सेवाएं मिलने की राह खुल गई है।
इस पहले फेज में 1117 बेड्स की सुविधा मरीजों को दी गई है, साथ ही ICU बेड्स, प्राइवेट रूम, स्वच्छ वेटिंग एरिया, लिफ्ट और रैम्प जैसी सुविधाएं भी सुनिश्चित की गई हैं। ENT, बाल रोग, नेत्र रोग, स्त्री रोग, ऑर्थोपेडिक्स, मेडिसिन और सर्जरी जैसे प्रमुख विभागों की ओपीडी सेवाएं भी यहीं से शुरू होंगी।
तीन चरणों में होगा विस्तार
पीएमसीएच का यह मेगाप्रोजेक्ट तीन चरणों में पूरा होगा।
- फेज 2 में 1850 बेड्स और जुड़ेंगे जिसकी लागत 237.4 करोड़ आंकी गई है।
- फेज 3 में 1750 अतिरिक्त बेड्स, मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग स्कूल, स्टाफ क्वार्टर और हॉस्टल तैयार किए जाएंगे। यह चरण 197 करोड़ की लागत से पूरा होगा।
जब तीनों फेज पूरे होंगे, तब अस्पताल की कुल क्षमता 5460 बेड्स तक पहुंच जाएगी, जिससे यह भारत का सबसे बड़ा और विश्व का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल बन जाएगा।
यातायात और कनेक्टिविटी भी होगी मजबूत
अस्पताल को जेपी गंगा पथ और अशोक राजपथ से जोड़ने की योजना है ताकि एम्बुलेंस और मरीजों की आवाजाही तेज और सुगम हो सके।
मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में स्वास्थ्य
यह प्रोजेक्ट 5,540 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। इसकी शुरुआत 8 फरवरी 2021 को हुई थी और पहले इसे 7 साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन मुख्यमंत्री ने इसे 2026 तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं।