बिहार में कानून-व्यवस्था को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस पर हमलों की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अभी हाल ही में एएसआई संतोष कुमार सिंह की हत्या का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि रविवार देर रात मुंगेर के हवेली खड़गपुर थाना क्षेत्र के फसियाबाद गांव में डायल 112 पुलिस टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया। इस हमले में एक पुलिसकर्मी बबलू रजक गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि अन्य पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं।
गांव में छिनतई के आरोप में दो युवक पकड़े गए
प्राप्त जानकारी के अनुसार, फसियाबाद गांव में रविवार देर शाम दो युवकों को ग्रामीणों ने छिनतई (छिनैती) की घटना को अंजाम देते हुए पकड़ लिया। इसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने उन्हें पंचायत भवन में बंद कर दिया और डायल 112 की टीम को सूचना दी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आरोपियों को पकड़कर ले जाने लगी, लेकिन यहीं से विवाद शुरू हुआ।
गांव में ही फैसला करने पर अड़े ग्रामीण, फिर भड़की हिंसा
पुलिस जब युवकों को अपने साथ ले जाने लगी, तो ग्रामीणों ने विरोध किया और कहा कि फैसला गांव में ही किया जाएगा। पुलिस और ग्रामीणों के बीच बहस बढ़ने लगी, जिसके बाद अचानक भीड़ में से किसी ने पुलिस टीम पर पत्थर फेंक दिया।
पहला पत्थर पुलिसकर्मी बबलू रजक के सिर पर लगा, जिससे उनका सिर फट गया और खून बहने लगा। इसके बाद भीड़ बेकाबू हो गई और एक के बाद एक पत्थर बरसने लगे। इस हमले में कई अन्य पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं।
डीएसपी ने सभी थानों को किया अलर्ट, भीड़ से छुड़ाए गए आरोपी
घटना की सूचना मिलते ही खड़गपुर डीएसपी अनिल कुमार ने सभी थानों को अलर्ट कर दिया और भारी पुलिस बल मौके पर भेजा। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर हालात पर काबू पाया और किसी तरह दोनों युवकों को भीड़ के चंगुल से छुड़ाया। इसके बाद पुलिस आरोपियों को लेकर खड़गपुर थाना लौट आई।
24 लोग गिरफ्तार, एसपी ने कहा- नहीं बख्शे जाएंगे उपद्रवी
इस मामले में मुंगेर एसपी सैय्यद इमरान मसूद ने बताया कि पुलिस ने 24 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि भीड़तंत्र को कानून अपने हाथ में लेने नहीं दिया जाएगा और जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि “हम जल्द ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी घटना की जानकारी देंगे। पुलिस के खिलाफ हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।”