आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने बिहार सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। राजद प्रवक्ता ने कहा है कि, बिहार के चंद रिटायर्ड अधिकारी मिलकर जूते की नोक पर सरकार चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि जदयू को एलिमिनेट करने के लिए बीजेपी ने पूरी तैयारी कर ली है। जदयू के 10 सांसद को बीजेपी के साइड कर दिया गया है, बहुत जल्द ये बात सामने आ जायेगी।
प्रशांत किशोर ने किया ऐलान: न बेल लेंगे, न अनशन तोड़ेंगे
वहीं, उन्होंने बीपीएससी आंदोलन को लेकर कहा कि, यह मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मुद्दा बन चुका है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौन हैं। उन्होंने कहा कि, अभ्यर्थियों की मांग पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव उनके बीच पहुंचे थे। पूरे मामले में कोचिंग संस्थान को BPSC ने क्यों बुलाया। नोरमेलाइजेशन से ध्यान भटकाने में इनकी बड़ी भूमिका रही है। अगर इस पूरे मामले की जांच कराई गई तो बीपीएससी चेयरमैन जेल में होंगे। उन्होंने कहा कि सबसे पहले तेजस्वी यादव बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में उतरे थे।
शक्ति सिंह यादव ने प्रशांत किशोर के अनशन को सत्ता संरक्षित बताया और कहा कि, आरजेडी के प्रेस कॉन्फ्रेंस के एलान के बाद पुलिस एक्शन में आई और प्रशांत किशोर को अहले सुबह उठाकर ले गई, और प्रशांत किशोर को जमानत दे दिया है। इस पूरे नाटकीय घटनाक्रम में परेशान अभ्यर्थियों को होने पड़ा है। अभ्यर्थियों के सवाल पर मुख्यमंत्री चुप रहे, एक शब्द नहीं बोले। गांधी को भी दुख होगा कि आजादी हमने इस दिन के लिए नहीं ली थी। उन्होंने कहा कि, बीपीएसी मामले की जांच हमलोग आगे ले जायंगे और सीटिंग जज के देख रेख में होनी चाहिए।