उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने तेजस्वी यादव के यह कहने पर कि ईडी का केस कोर्ट में टिकेगा नहीं पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि जो चोरी (अपराध) किया है, उसे सजा जरूर मिलेगी। भारत की न्यायपालिका दबावरहित और निष्पक्ष है।
चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री रहते एक हजार करोड़ के चारा घोटाला करने वाले लालू प्रसाद को न्यायपालिका ने ही अनेक मामलों में सजा दी है। अभी लालू प्रसाद स्वास्थ्य कारणों के आधार पर जेल से बाहर है। सजायाफ्ता होने के कारण ही लालू प्रसाद मुखिया तक का चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। मगर आदतन भ्रष्टाचारी लालू प्रसाद ने अपने रेलमन्त्रित्व काल में रेलवे में नौकरी देने के बदले जमीन व हजारों करोड़ की बेनामी सम्पत्ति हासिल कर ली।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के लाख आरोपों और वितण्डा के बावजूद देश की जांच एजेंसियां पूरी निष्पक्षता से गबन-घोटाले के अनेक मामलों की जांच कर रहीं हैं और इसमें सरकार का कोई दबाव नहीं है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही कह दिया है कि भ्रष्टाचार करने वाला चाहे कोई भी हो, वह बचेगा नहीं।
सपलमेंट्री चार्जशीट में ईडी ने लालू और तेजस्वी सहित 11 लोगों को आरोपी बनाया है। तेजस्वी यादव को बताना चाहिए कि वे 52 बेनामी सम्पत्तियों और सैकड़ों भूखंडों, भवनों व फ्लैटों के मालिक कैसे बने? लालू परिवार के अनेक सदस्यों के नाम पटना सहित अन्य जगहों पर कई एकड़ जमीन का स्थानांतरण कैसे हुआ?उन्होंने कहा कि ईडी ने 96 नए डॉक्यूमेंट के जरिए कोर्ट में इतने पुख्ता प्रमाण दाखिल किया है कि आरोपितों को सजा मिलनी तय है।