काफी लम्बे समय से चुप्पी साधे बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव आखिरकार कैमरे के सामने नज़र आए। तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब हम उनके(नीतीश) साथ सरकार बनाए तो सबसे पहले हमने रोजगार और शिक्षा पर ध्यान दिया। रोजगार के लिए जब हमने कई विभागों में वैकेंसी निकालने और कई क्षेत्रों में नौकरियां बांटने की बात की तो इन्होने हमसे पूछा कि ‘पैसा कहाँ से लाओगे?’ शिक्षा और खेल के बदले हमने फिर भी नियुक्ति पत्र बांटेहमने फिर भी मात्र डेढ़ सालों में इतने नियुक्ति पत्र बाँट कर हमने विश्व रिकॉर्ड बनाया है।
तेजस्वी ने कहा कि आप ही देख लीजिये कि इतनी ज्यादा नौकरियां बांटना अपने आप में एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि हमने 17 महीने में जितना विकास किया,जितने नियुक्ति पात्र बांटे,या शिक्षा से लेकर आई टी तक में जो क्रांतियाँ लायी ,वो इनकी गठबंधन वाली सरकार ने पिछले 17 सालों में नहीं किया। 17 साल vs17 महिना ,क्या कोई तुलना है कहीं से!
पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि आप ही देख लीजिये न, जब हमारे हाँथ में स्वास्थ्य विभाग था ,हमने कितने विकास के काम किए,कई जिलों में अस्पतालों के सुविधाओं को व्यवस्थित किया, PMCH विश्व के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक के रूप में रंग ले रहा है। परिवहन विभाग हमारे ही पास था। इसमें भी हमने गाँव से लेकर शहरों तक सड़कें और हाईवे तथा पुल- पुलिया हमने बनाया। शिक्षा भी राजद के कोटे में ही थी। शिक्षा में जो सुधार हुआ है ,वह तो गौरतलब है। BPSC के मार्फ़त होने वाली शिक्षकों की नियुक्ति ने तो जैसे शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ही ला दी। स्कूलों में शिक्षकों की दिनचर्या के साथ सारी व्यवस्थाएं सुधर गयी। रोजगार के लिए तो हमने जो किया वो तो इन्होने इतने सालों में नहीं किया। ‘मैडल लाओ नौकरी पाओ’ के अंतर्गत खिलाडियों को न जाने हमने कितनी ही नौकरियां दी हैं। इससे रोजगार के साथ साथ खेल को भी प्रश्रय मिलेगा। हमने पटना के मोईनुल हक स्टेडियम में भी कितने राष्ट्रीय स्तर के मैच करवाए! BCA के गठन के बाद बिहार की टीम राज्य से बाहर भी कई मैच खेलने को गयी। हमारी सरकार में तो खेल मंत्रालय ही अलग से बनाया गया।
तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार गिरने से हमें कोई दुःख, कोई क्षोभ नहीं है। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में जनता उन्हें और उनके इस गठबंधन को निश्चित रूप से सबक सिखाएगी।