भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक श्री मनोज शर्मा ने महावीर मंदिर ट्रस्ट के संस्थापक सदस्य आचार्य किशोर कुणाल के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आचार्य किशोर कुणाल ने सनातन धर्म की रक्षा और प्रचार-प्रसार में अभूतपूर्व योगदान दिया। उनके निधन से धर्म और समाज में एक अपूरणीय क्षति हुई है।
सनातन धर्म की सेवा और संरक्षण में अद्वितीय योगदान
मनोज शर्मा ने कहा कि आचार्य किशोर कुणाल ने धर्म को सेवा से जोड़ने की मिसाल कायम की। महावीर मंदिर ट्रस्ट के माध्यम से उन्होंने अनेक सेवा प्रकल्प शुरू किए, जिनमें पटना का महावीर कैंसर संस्थान, महावीर वात्सल्य अस्पताल, और महावीर नेत्रालय प्रमुख हैं। इन संस्थानों ने जनसेवा की नई परिभाषा लिखी।
राम मंदिर निर्माण में अग्रणी भूमिका
आचार्य किशोर कुणाल ने अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर के लिए महावीर मंदिर ट्रस्ट की ओर से 10 करोड़ रुपये का पहला योगदान दिया। यह उनकी धार्मिक निष्ठा और सेवा भाव का उदाहरण है। साथ ही, अयोध्या में महावीर मंदिर ट्रस्ट के माध्यम से प्रतिदिन दरिद्र नारायण भोजन का आयोजन किया जा रहा है, जो उनके सेवा के संकल्प को दर्शाता है।
प्रशासनिक सेवा में भी उत्कृष्ट कार्य
मनोज शर्मा ने बताया कि आचार्य किशोर कुणाल एक तेज-तर्रार प्रशासनिक अधिकारी थे। गुजरात कैडर के पुलिस अधिकारी के रूप में उन्होंने साहसिक कार्य किए। सेवा और धर्म के प्रति उनके समर्पण ने उन्हें समाज में विशिष्ट स्थान दिलाया।
महावीर मंदिर को देशभर में दिलाई पहचान
आचार्य किशोर कुणाल ने पटना स्थित महावीर मंदिर को देशभर में प्रसिद्धि दिलाई। उन्होंने ट्रस्ट के माध्यम से यह सुनिश्चित किया कि दान का प्रत्येक अंश सेवा कार्यों में उपयोग हो। यह उनकी प्रबंधन क्षमता और धर्म के प्रति उनकी गहरी आस्था का परिणाम है।
समाज और सनातन धर्म के लिए अपूरणीय क्षति
मनोज शर्मा ने कहा कि आचार्य किशोर कुणाल के कार्यों को सदियों तक याद किया जाएगा। उनका जीवन धर्म और सेवा के अद्वितीय समर्पण का प्रतीक था। उनके निधन से पूरे सनातन धर्म और उनके अनुयायियों में शोक की लहर है।”ऐसे महान विभूति को शत-शत नमन। भगवान उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें और परिवार को इस कठिन समय में धैर्य प्रदान करें।”