[Team insider] देश में इस साल पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव(Election) होने वाले हैं। ऐसे में चुनाव आयोग(Election commission) द्वारा तरीखों के ऐलान के बाद सियासी हलचलें तेज हो गयी है। चुनाव आयोग ने यह भी साफ कर दिया है कि चुनाव तय समय पर ही होंगे। मतदाता सूची भी जारी हो चुकी है। पांच राज्यों में सबसे ज्यादा चर्चा 403 विधानसभा(Assembly) सीट वाले उत्तर प्रदेश की है। इस प्रदेश में सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। राजनीतिक बयानबाजी से नेता एक-दूसरे पर निशाना साध रहे। चुनावी वादों की भी बौछार होने लगी है। विधानसभा चुनाव की चर्चा झारखंड में भी हो लगी है।
योगी सरकार प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आएगी इस बार
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने यूपी में 7 चरणों में चुनाव कराने के चुनाव आयोग के निर्णय का स्वागत किया है। वहीं उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा 15 जनवरी तक किसी भी रैली, रोड शो, मोटरसाइकिल रैली पर प्रतिबंध लगाए जाने का प्रदेश भाजपा स्वागत करती है। चुनाव आयोग द्वारा यह भी कहा गया है कि 15 जनवरी के बाद स्थितियों की समीक्षा की जाएगी। उसके बाद ही किसी निर्णय को लिया जाएगा। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि कोरोना जैसे हालात से हमें निकलना ही होगा।
भारत में तीसरी लहर चल रही है। वहीं कई जगह पर चौथी व पांचवी लहर चल रही है। ऐसे में हमें कोरोना के साथ जीना सीखना होगा। चुनाव आयोग द्वारा जो भी घोषणा ली गई है, उसका हम स्वागत करते हैं। वहीं उन्होंने कहा कि बता दें कि यूपी में भी इस बार फिर योगी सरकार प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में इस बार भी आएगी।
चुनाव संपन्न किये जाने की घोषणा भाजपा प्रायोजित
वहीं झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता डॉ.राकेश किरण महतो ने चुनाव की तारीखों की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। कहा कि चुनाव आयोग द्वारा उत्तर प्रदेश में सात चरणों में तथा पंजाब जैसे बड़े राज्य में एक ही चरण में चुनाव संपन्न किये जाने की घोषणा भाजपा प्रायोजित है। मोदी-योगी सरकार की हताशा झलकती है। डॉ. महतो ने कहा कि ऐसे ही निर्णयों से चुनाव आयोग की साख को बट्टा लगता है। भाजपा को अब राजनैतिक मर्यादा से कोई सरोकार नहीं रह गया है।
उनका एकमात्र उद्देश्य अब एन केन प्रकारेण चुनाव को प्रभावित करना रह गया है। लेकिन सात चरणों में चुनाव करवाने के फैसले से एक बात तो स्पष्ट हो गया है कि कहीं ना कहीं केंद्र और यूपी की सत्ता में बैठी भाजपा को उत्तर प्रदेश में अपने पराजय का अंदेशा लग चुका है। ऐसे भी केंद्र की मोदी सरकार में आरबीआई, सीबीआई, ईडी सहित अन्य केंद्रीय एजेंसियों की वो दुर्गति कर दी गई है, जिनकी पूर्व में गरिमा होती थी और जनता का उन पर भरोसा हुआ करता था।