जन सुराज के सूत्रधार और संयोजक प्रशांत किशोर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार हमलावर हैं। सरकार की नीतियों और 2024 के लिए विपक्ष को एकजुट कर रहे नीतीश कुमार को प्रशांत किशोर शियासी रूप से घेरने का काम कर रहे हैं। एक बार फिर पीके ने नीतीश कुमार की राजनीतिक महात्वाकांक्षा की पोल खोल दी। कहा कि नीतीश कुमार को पता था कि 2024 लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद भाजपा सबसे पहले उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाती। लोकसभा में भाजपा एक बार जीतकर आ जाती तो उनको बिहार के मुख्यमंत्री के पद से हटा देती। नीतीश कुमार ने अनुमान लगाने के बाद बीजेपी का साथ छोड़कर महागठबंधन की व्यवस्था बना ली, ताकि 2025 तक मुख्यमंत्री के पद पर बने रहे।
आगामी चुनाव बिहार की वर्तमान व्यवस्था के हिसाब से नहीं होंगे
आगामी दोनों चुनाव कब होंगे ये नहीं पता, लेकिन बिहार में जो आज की व्यवस्था है उस तर्ज पर नहीं होगा। कौन नेता या दल किधर भागेगा यह कोई नहीं जानता है। आज जो व्यवस्था है, जिसमें 7 दल एक हो रहे हैं। अगले चुनाव से पहले आप देखेंगे इसमें बड़ा परिवर्तन आएगा। इसकी झलक आपको दिख भी रही होगी। महागठबंधन को 2015 में हमने बनवाया। जानता हूं कि इसको बनाने में क्या समस्या है और इसे चलाने में क्या परेशानी आती है। 2015 में तीन दलों का जो महागठबंधन था उसे मैंने ही बनवाया था। आज 7 दलों का महागठबंधन है।