गया के बेलागंज विधानसभा उपचुनाव में बड़ा राजनीतिक मोड़ आया है। उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा को छोड़कर, अजय कुशवाहा ने बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी और पूर्व विधायक विजय लक्ष्मी के पति रमेश कुशवाहा की उपस्थिति में जदयू की सदस्यता ली। इससे पहले, अजय कुशवाहा ने अपने समर्थकों के साथ एक बैठक की। इसमें क्षेत्र की मौजूदा स्थिति पर चर्चा हुई। बैठक में यह साफ हुआ कि जनता मौजूदा राजद विधायक से निराश है और बदलाव चाहती है।
इस मौके पर अशोक चौधरी ने कहा कि अजय कुशवाहा का राजनीतिक अनुभव जदयू के लिए फायदेमंद होगा। वे अब बेलागंज में JDU की प्रत्याशी मनोरमा देवी के लिए काम करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि JDU अब अजय कुशवाहा के राजनीतिक कद और क्षमता को तेजी से बड़ा आयाम देगा।
अजय कुशवाहा ने जदयू में शामिल होने के बाद कहा कि “बेलागंज की जनता अब वंशवाद की राजनीति नहीं, बल्कि विकास चाहती है। सालों से जनता बदलाव की मांग कर रही है। मैंने महसूस किया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही क्षेत्र का समग्र विकास संभव है। इसलिए मैंने जदयू के साथ जुड़ने का फैसला किया है। हमारा उद्देश्य क्षेत्र में एकजुट होकर काम करना है। ताकि बेलागंज की जनता को बेहतर भविष्य मिल सके और विकास के कार्यों को गति दी जा सके।”
उन्होंने यह भी कहा कि जदयू के प्रति जनता का भरोसा मजबूत है। इस बार वोटों का बिखराव नहीं होगा। बैठक में नीतीश कुमार के नेतृत्व की सराहना की गई। इसे बिहार के विकास का स्वर्णयुग बताया गया। नीतीश कुमार के कार्यों की चर्चा करते हुए कहा गया कि शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पानी और रोजगार जैसे क्षेत्रों में उन्होंने राज्य को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। इस अवसर पर JDU की प्रत्याशी मनोरमा देवी भी मौजूद रहीं। इन्होंने अजय कुशवाहा के समर्थन को पार्टी के लिए महत्वपूर्ण बताया।