लोकसभा चुनाव 2024 की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब नजरें मंत्रिमंडल पर हैं। भाजपा अपनी हैट्रिक पारी में सबसे मुश्किल दौर में है क्योंकि उसके पास पूर्ण बहुमत इस बार नहीं है। पार्टी के सांसदों की संख्या पिछले तीन चुनावों में सबसे कम हो गई है। जाहिर तौर पर भाजपा के लिए यह आत्ममंथन का वक्त भी है। इसी आत्ममंथन में अमित शाह की भूमिका पूरी तरह बदलने वाली है। चर्चा है कि अमित शाह देश के अगले गृह मंत्री नहीं होंगे। 2019 से 2024 तक अमित शाह के गृह मंत्री रहते हुए कई बड़े फैसले हुए हैं। लेकिन भाजपा फिलहाल अपने संगठन को मजबूत करने की कोशिश में अमित शाह की घर वापसी यानि संगठन में वापसी करा रही है। एक्सटेंशन पर चल रहे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को मुक्त कर अमित शाह भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकते हैं।
तेजस्वी जितनी सीटें RJD को जिता नहीं सके, पवन सिंह ने NDA की उससे अधिक सीटें हरवा दी!
दरअसल, नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय पटल पर प्रवेश के वक्त भाजपा ने 2014 में 282 सीटें जीती। इसके बाद 2019 में एक बार फिर मोदी सरकार बनी और भाजपा को 303 सीटें मिलीं। यानि 2014 से भाजपा आगे निकल गई। लेकिन 2024 में न 2019 का फिगर आया, न 2014 का और न ही पूर्ण बहुमत का आंकड़ा भाजपा के पास आया। यहां भाजपा फिसली और 240 सीटों पर पहुंच गई। भाजपा के लिए पूर्ण बहुमत का प्राप्त नहीं होना बड़ा झटका है। ऐसे में भाजपा अब हार के कारणों को दूर कर आगे बढ़ना चाहती है।
लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत से चूकी भाजपा के अगली चुनौतियों की भी कमी नहीं है। इस चुनाव ने भाजपा को संगठन पर एक बार फिर बदले अप्रोच से काम करने की जरुरत जता दी है। उत्तर प्रदेश जो पिछले दो चुनावों में भाजपा का गढ़ बन गया था, इस बार बिखर गया। गुजरात में क्लीन स्वीप की आदत भाजपा को लग गई थी, तो वहां भी कांग्रेस ने एंट्री मार ली। साथ ही एक्सटेंशन पर चल रहे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को कब तक कंटीन्यू रखा जाएगा, यह जवाब भी भाजपा नेतृत्व को अपने कार्यकर्ताओं को देना है। भाजपा की कई सीटों पर हार में भितरघात की बातें कही जा रही हैं। तो भाजपा की कोशिश यह होगी कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ऐसा व्यक्ति बने जो संगठन को वापस 2014 और 2019 वाले दौर में ले जा सके। भाजपा के पास अभी मौका भी है क्योंकि 2024 में भाजपा पिछड़ी जरुर है लेकिन बिखरी नहीं है।
अमित शाह बनेंगे भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष!
इसलिए संभावना यह जताई जा रही है कि भाजपा अब केंद्र की सरकार में अमित शाह के बदले नया गृह मंत्री बनाए और संगठन को मजबूत करने के लिए अमित शाह की संगठन में वापसी हो। इसलिए अमित शाह का भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है। इससे पहले 2014 से 2020 तक अमित शाह राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। जबकि कार्यकाल पूरा कर जेपी नड्डा 2020 से ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर हैं।