लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को झटका देते हुए वरिष्ठ नेता अरविंदर सिंह लवली ने आप के साथ गठबंधन को एक कारण बताते हुए पार्टी की दिल्ली इकाई के प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली कांग्रेस इकाई गठबंधन के खिलाफ थी लेकिन पार्टी आलाकमान इस पर आगे बढ़ा। शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे गए अपने इस्तीफे में लवली ने यह भी कहा कि दिल्ली इकाई के वरिष्ठ नेताओं द्वारा लिए गए सभी सर्वसम्मत निर्णयों को एआईसीसी दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया ने “एकतरफा वीटो” कर दिया है। यह बात दिल्ली के पूर्व मंत्री और एआईसीसी सदस्य राजकुमार चौहान द्वारा बाबरिया के साथ विवाद के बाद पार्टी से इस्तीफा देने के कुछ दिनों बाद आई है।
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खड़गे को लिखे अपने पत्र में लवली ने कहा, “भारी मन से मैं खुद को विकलांग और दिल्ली पार्टी इकाई का अध्यक्ष बने रहने में असमर्थ पाते हुए आपको वर्तमान पत्र लिख रहा हूं। मैंने स्थानीय कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं का समर्थन करने के एकमात्र उद्देश्य के साथ डीपीसीसी अध्यक्ष के रूप में भूमिका को कृतज्ञतापूर्वक स्वीकार किया था, जिनके साथ मेरा बेहद करीबी संबंध और जीवन भर का जुड़ाव है। हालांकि, चूंकि मैं पार्टी कार्यकर्ताओं के हितों की रक्षा नहीं कर सकता, इसलिए मुझे उक्त पद पर बने रहने का कोई कारण नहीं दिखता। इसलिए, बहुत अफसोस और बेहद गंभीर दिल के साथ, मैं इस पद से अपना इस्तीफा दे रहा हूं।”
शीला दीक्षित सरकार में मंत्री लवली को पिछले साल अगस्त में दिल्ली कांग्रेस प्रमुख नियुक्त किया गया था।
लवली ने कहा कि “भले ही दिल्ली कांग्रेस इकाई आप के साथ गठबंधन के खिलाफ थी, लेकिन उन्होंने सार्वजनिक रूप से इसका समर्थन किया और सुनिश्चित किया कि पूरी इकाई आलाकमान के अंतिम आदेश के अनुरूप हो। दिल्ली कांग्रेस इकाई उस पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ थी जो कांग्रेस पार्टी के खिलाफ झूठे, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के एकमात्र आधार पर बनी थी। आप के आधे कैबिनेट मंत्री वर्तमान में भ्रष्टाचार के आरोप जेल में हैं। इसके बावजूद, कांग्रेस ने दिल्ली में AAP के साथ गठबंधन करने का निर्णय लिया। हमने पार्टी के अंतिम निर्णय का सम्मान किया। मैं अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की रात उनके साथ उनके आवास पर भी गया था।”
लवली ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की प्रशंसा करने के लिए उत्तर पूर्वी दिल्ली से कांग्रेस के उम्मीदवार कन्हैया कुमार की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के उम्मीदवार भी पार्टी लाइन और स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं की मान्यताओं का सीधे उल्लंघन कर दिल्ली के सीएम की झूठी प्रशंसा करते हुए मीडिया बाइट्स दे रहे हैं।