पूर्व सांसद आनंद मोहन 23 नवंबर को पटना में भव्य रैली करने का ऐलान किया है। इसके लिए वह पूरे बिहार में घूमकर लोगों को निमंत्रण दे रहे हैं। इसी सिलसिले में आनंद मोहन शुक्रवार को मोतिहारी के पताही पहुंचे। जहां समर्थकों ने उनको सोने का मुकुट पहना कर स्वागत किया। इस दौरान आनंद मोहन ने आक्रामक अंदाज में विरोधियों पर निशाना साधा। कहा कि मैं किसी को छेड़ता नहीं, लड़ता नहीं, लेकिन कोई छेड़ दे तो फिर मैं छोड़ता भी नहीं। किसी का नाम लिए बगैर कहा कि मैं कुत्तों की नसबंदी के लिए निकला हूं। 14 सुई तो लेनी होगी।
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रैली में पटना को पाट नहीं दिया तो आनंद मोहन नाम नहीं
आनंद मोहन ने कहा कि मुझसे कोई क्या साजिश करेगा, 17 साल की उम्र में ही मैंने साजिश से दोस्ती कर ली थी। जेल से रिहा होने पर सवाल उठाने वालों को भी उन्होंने मंच से खरी खोटी सुनाई। विरोधियों को खुले मंच से चैलेंज देते हुए कहा कि जो डर गया, समझो वह मर गया। उन लोगों ने बहुत गलत नंबर डायल कर दिया है। जिसका जवाब 23 नवंबर को रैली में मिलेगा। पटना को पाट नहीं दिया तो मेरा नाम भी आनंद मोहन नहीं है।
लालू से मैं लड़ा, माफी दे दी, तुम क्यों नही माफ किए
आनंद मोहन ने आगे कहा कि हम जिससे लड़ते हैं तो ताल ठोक कर लड़ते और गले मिलते तो हृदय उड़ेल देते हैं। लालू यादव से मैं लड़ा, तो उन्होंने तो माफी दे दी, लेकिन तुम माफ नहीं कर पाए। क्यों माफ नहीं किए? इशारों में यह सवाल बीजेपी से था। कहा तुम्हें साथ नहीं देना है, मत दो। आनंद मोहन किसी से डरने वाला नहीं है। वो कहते हैं कि हमारे सैकड़ों एमपी हैं। हमारे हजारों विधायक हैं और दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन आप हमारे ठेंगे पर हैं। दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी का दावा करने वाली पार्टी के शीर्ष नेता 16 साल से जेल में बंद व्यक्ति से डर जाएं, उसे चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए।