दिल्ली एक बार फिर महिला मुख्यमंत्री के हवाले होने जा रही है। शीला दीक्षित के बाद आतिशी दिल्ली की सीएम बनने वाली हैं और इस पर आम आदमी पार्टी ने मुहर लगा दी है। अरविंद केजरीवाल इस्तीफा देंगे और आतिशी सीएम बन जाएंगी। आतिशी के नाम की घोषणा होने से पहले तक यह चर्चा चल रही थी कि अरविंद केजरीवाल लालू यादव का मॉडल फॉलो करेंगे या नीतीश कुमार और हेमंत सोरेन का मॉडल अपनाएंगे। लेकिन अरविंद केजरीवाल ने लालू यादव और नीतीश कुमार दोनों के मॉडल के बीच से अपना मॉडल सामने लाया है।
दरअसल, लालू यादव बिहार के मुख्यमंत्री होते हुए चारा घोटाला में फंस गए। उन्हें इस्तीफा देना था और उन्होंने दे भी दिया। लेकिन बिहार का अगला सीएम राबड़ी देवी को बनवा दिया। अरविंद केजरीवाल ने भी जब इस्तीफा देने का ऐलान किया तो उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल का नाम तेजी से उछला। अगर सुनीता केजरीवाल सीएम बनती तो लालू यादव मॉडल हूबहू फॉलो हो जाता। लेकिन अरविंद केजरीवाल ने ऐसा नहीं किया। अरविंद केजरीवाल ने लालू यादव की तरह अपनी पत्नी सुनीता को सीएम पद पर आगे नहीं बढ़ाया। हालांकि लालू यादव की तरह ही अरविंद केजरीवाल ने अपना उत्तराधिकारी एक महिला यानि आतिशी को दिया है।
2014 के लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी जदयू के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उन्होंने कैबिनेट मंत्री रहे जीतन राम मांझी को सीएम बनवाया। जमीन घोटाला मामले में झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया जाना था। इससे पहले उन्होंने इस्तीफा देकर पार्टी के वरिष्ठ नेता चंपाई सोरेन को सीएम बनवा दिया। नीतीश कुमार और हेमंत सोरेन की तरह ही अरविंद केजरीवाल ने अपनी कैबिनेट में शामिल मंत्री आतिशी को सीएम पद पर प्रमोट करा दिया है। हालांकि नीतीश और हेमंत की तरह केजरीवाल ने अपने सीनियर मंत्री को नहीं बल्कि महज डेढ़ साल पहले मंत्री बनीं आतिशी को सीएम की कुर्सी पर बिठाया।
हालांकि आतिशी को सीएम बनाने का दांव कितना सफल होगा, यह तो पहले हरियाणा विधानसभा और फिर दिल्ली के विधानसभा चुनाव में तय हो जाएगा।