जदयू में सबकुछ ठीक नहीं है। उपेंद्र कुशवाहा के तेवर और उन पर जदयू नेताओं की बयानबाजी, पार्टी में टूट का इशारा कर रही है। तो दूसरी ओर CM Nitish Kumar के विश्वस्त और बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री डॉ. अशोक चौधरी अपनी पार्टी के मौजूदा विधायक के बारे में ही खुलेआम सार्वजनिक तौर पर बयानबाजी कर रहे हैं। मामला बरबीघा के विधायक सुदर्शन कुमार का है, जो जदयू से जीते हैं। मंत्री अशोक चौधरी उनकी जीत का क्रेडिट भी खुद ही ले रहे हैं और उन्हें विधायक बनवाना अपनी भूल बता रहे हैं।
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सुदर्शन पर खूब बरसे अशोक चौधरी
बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी शेखपुरा में एक जनसभा में जदयू MLA पर जमकर बरसे। उन्होंने पार्टी के स्थानीय विधायक सुदर्शन कुमार पर आरोप लगाया कि पिछले 7 वर्षों में उनके सहयोगी और समर्थक पूरी तरह से असहज महसूस कर रहे। हमारे लोगों को सम्मान मिलने में कठिनाई हो रही। उनका मनोबल टूट रहा। अशोक चौधरी ने यह भी कहा कि 2015 में उन्होंने ही सुदर्शन कुमार को कांग्रेस से टिकट देकर विधायक बनवाया और 2020 में जदयू से।
बरबीघा में अशोक चौधरी की पुरानी टीस
दरअसल, बरबीघा विधानसभा क्षेत्र अशोक चौधरी के लिए बड़ी टीस है। वैसे 2000 में अशोक चौधरी यहीं से पहली बार विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे थे। लेकिन 2010 में जदयू के गजानंद शाही ने उन्हें हरा दिया था। इसके बाद से अशोक चौधरी ने कभी विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ा। वे विधान परिषद के ही सदस्य रहे।
महागठबंधन टूटने के बाद Nitish के साथ आ गए
2015 में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे अशोक चौधरी महागठबंधन की सरकार में शिक्षामंत्री बने थे। लेकिन 2017 में जब महागठबंधन तोड़ कर नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में आ गए। तब से अब तक मंत्री बने हुए हैं। नीतीश कुमार ने उन्हें दुबारा विधान परिषद ही भेजा है। संभावना है कि अब बिहार की मौजूदा राजनीतिक गतिविधियों में अशोक चौधरी बरबीघा में एक बार फिर राजनीतिक संभावना तलाश रहे हों।
सुदर्शन कुमार कई पार्टियों से लड़ चुके हैं चुनाव
बरबीघा के विधायक सुदर्शन कुमार कई पार्टियों से चुनाव लड़ चुके हैं। 2010 में जब जदयू के टिकट पर गजानंद शाही बरबीघा से जीते थे तब कांग्रेस से चुनाव लड़े अशोक चौधरी दूसरे स्थान पर रहे थे। उसी चुनाव में तीसरे नंबर पर रहे सुदर्शन कुमार लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे। 2015 में सुदर्शन कुमार ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीता। जबकि 2020 में सुदर्शन कुमार जदयू के टिकट पर विधायक बने।