प्रदेश में जातीय जनगणना (Caste Census in Bihar) को लेकर आज सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। जो सीएम सचिवालय स्थित संवाद में शाम चार बजे से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में की जाएगी साथ ही इस बैठक में सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। वहीं इस बैठक में बिहार में होने वाले जातीय जनगणना सुचारू रूप से कराए जाने पर विचार-विमर्श होगा। हालांकि इस संबंध में संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने सभी दलों को सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेने की अपील की है।
सर्वदलीय के बाद कैबिनेट की बैठक
हालांकि सभी सियासी दलों के राय से ही बिहार सरकार ने एक जून को सर्वदलीय बैठक आयोजित हुआ था। वहीं बैठक में सामने आए सर्वदलीय सुझावों के आधार पर बिहार में जातीय जनगणना कराए जाने का प्रस्ताव मंत्रीमंडल की बैठक में भेजा जाएगा। वहीं राज्य कैबिनेट की मंजूरी के बाद ही इस पर काम शुरू किया जाएगा।
राज्य अपने खर्चे पर कराएगी जातिगत जनगणना
बता दें कि जातिगत जनगणना को लेकर बिहार के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने दिल्ली जाकर पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात की थी। हालांकि पीएम नरेंद्र मोदी ने इस मांग को खारिज कर दिया था। जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने आश्वासन दिलाया था कि बिहार सरकार अपने खर्च से प्रदेश में जातिगत जनगणना कराने का काम करेगी।
जातिगत जनगणना पर हुआ फैसला
सर्वदलीय बैठक के बाद सीएम नीतीश कुमार ने लिया जाति आधारित जनगणना कराने का फैसला लिया है। वहीं इस फैसले पर सभी राजनीतिक दलों ने दिया समर्थन है। सीएम ने कहा सभी धर्मों और जातियों की गणना कराई जाएगी। समय सीमा के अंदर ही काम को पूर्ण किया जाएगा। हालांकि इस प्रस्ताव को मंत्रीमंडल के सामने भी रखा जाएगा।
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