बिहार की सियासत पिछले कुछ दिनों से काफी गर्म है। यूपी चुनाव से ही नीतीश सरकार के मंत्री और वीआईपी पार्टी (VIP Party) के सर्वे सर्वा मुकेश सहनी भाजपा के खिलाफ लगातार बयानबाजी करते आ रहे हैं। वहीं बीजेपी के कई नेता मुकेश सहनी से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा की भी मांग रहे हैं। मुकेश सहनी भी अडिग हैं और कह चुके हैं कि इस्तीफा नही दूंगा और हार नहीं मानूंगा। वहीं सहनी ने कहा था कि उनकी डील केन्द्रीय मंत्री से हुई थी। सहनी ने भाजपा को यह भी कह दिया कि जो पार्टी किसी दूसरे पार्टी के विधायक को छीन कर सबसे बड़ी पार्टी बन जाये उस पार्टी को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा मांगने का अधिकार नहीं है।
अमृत महोत्सव कार्यक्रम
बिहार में राजनैतिक उथल पुथल के बीच केन्द्रीय मंत्री अमित शाह का बिहार का दौरा फाईनल हो गया है। बिहार का दौरा करने के लिए अमित शाह 23 अप्रैल को आएंगे। हालांकि बीजेपी बिहार प्रदेश संजय जायसवाल ने कहा है कि अमित शाह का बिहार दौरा गैर-राजनीतिक है। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि अमित शाह आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे हैं। दरअसल भोजपुर के जगदीशपुर में कार्यक्रम का आयोजन है जिसमें अमित शाह शामिल होने आ रहे हैं।
तीन विधायक ने छोड़ी पार्टी
बतातें चलें कि VIP के तीन विधायक ने मुकेश सहनी का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है। स्वर्णा सिंह दरभंगा के गौराबौरम से विधायक, मिश्रीलाल यादव दरभंगा के अलीनगर और राजू सिंह मुजफ्फरपुर के साहिबगंज से विधायक हैं। जिन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया है। बोचहां के विधायक मुसाफिर पासवान के निधन के बाद वीआइपी के पास केवल यही तीन विधायक थे और एक एमएलसी मुकेश सहनी खुद हैं। हालांकि बतौर एमएलसी मुकेश सहनी का कार्यकाल कुछ ही महीनें में पूरा होने वाला है।