उत्तराखंड कैबिनेट ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के नेतृत्व में समान नागरिक संहिता प्रस्ताव को पास कर दिया गया। जिसे लेकर बिहार की सियासत भी गरमा गई है। बीजेपी इसे लेकर उत्तराखंड सरकार की तारीफ की पुल बांध रही है। साथ ही साथ बीजेपी भी अब बिहार में सामान नागरिक संहिता को लागू करने की मांग करने लगी है। बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि उत्तराखंड सरकार का फैसला स्वागत योग्य है और इसके लिए वे धन्यवाद के पात्र हैं।
यूनिफॉर्म सिविल कोड भाजपा का एजेंडा
उत्तराखंड के कदम के बाद अब बिहार में भी समान नागरिक संहिता के मुद्दे पर सियासत गर्माती दिख रही है। बता दें कि यूनिफॉर्म सिविल कोड भाजपा का काफी पुराना एजेंडा रहा है। इसे बिहार में भी लागू करने की मांग उठाते हुए भाजपा विधायक बचौल ने कहा कि यह कानून किसी पार्टी का नहीं बल्कि देश का कानून है इसलिए इसको बिहार में भी लागू करनी चाहिए। बचौल ने कहा कि जल्द ही इसे बिहार कैबिनेट में प्रस्ताव के लिए लाया जाना चाहिए। वहीं बीजेपी बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने भी प्रसन्नता व्यक्त किया और कहा कि यह उत्तराखंड सरकार का फैसला है इसे कुछ लोग गलत मतलब में ले रहे हैं। जायसवाल ने कहा कि इसका उद्देश्य सभी बच्चों, महिलाओं और नागरिकों को समान अधिकार देना है मतलब सभी धर्मों को आजादी देना है।
2024 में होने वाले चुनाव की तैयारी
वहीं बीजेपी के इस मांग पर विपक्षी दलों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है राजद और कांग्रेस ने इसे 2024 में होने वाले चुनाव की तैयारी है। RJD प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि यह सरकार का नहीं, बल्कि RSS का एजेंडा लागू किया जा रहा है। उधर जदयू के एमएलसी खालिद अनवर ने उतराखंड कैबिनेट द्वारा पास यूनिफॉर्म सिविल कोड का विरोध जताया। खालिद अनवर ने कहा कि जो कानून सभी धर्मों की रक्षा और आपस में भाईचारा बनाने वाला और राष्ट्र की संस्कृति को बचाने वाला होगा तो हम उसका स्वागत करेंगे। उन्होंने कहा कि हम वैसे किसी भी कानून का विरोध करते हैं जो आपसी भाईचारा, संस्कृति और धर्मों को तोड़ने वाला होगा।