पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से जुड़े 17 ठिकानों पर सीबीआई की टीम ने कल सुबह छापा मारा था। लगभग 6 घंटा यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के मामले में की गई। पटना स्थित राबड़ी आवास पर भी सीबीआई की टीम जांच-पड़ताल करने पहुंची थी। जहां सीबीआई ने राबड़ी देवी से पूछताछ की। वहीं बताया गया कि गोपालगंज में भी रेड पड़ा था। जिस जगह छापेमारी चल रही थी वहां लालू यादव के रेलवे मंत्री रहते दो ट्रांसपोर्टर के घर छापेमारी की गई। छापेमारी के बाद सीबीआई ने दो लोगों को पूछताछ के लिए साथ ले गई। साथ में रेलवे से जुड़े कई कागजात भी साथ ले गई। दानापुर के महुआ में नौकरी देने के नाम पर जमीन दी गयी थी। जमीन दे कर नौकरी देने की बात सामने आ रही है।
बीजेपी जिम्मेवार
वहीं इस छापेमारी को लेकर पक्ष विपक्ष दोनों तरफ से प्रतिक्रया आ रही है। कांग्रेस विधायक अजित शर्मा ने लालू-राबड़ी के आवास पर रेड को लेकर भाजपा को जिम्मेवार ठहराया है। साथ ही उन्होंने सीधे तौर से पीएम मोदी को जिम्मेदार ठहराया। वहीं उन्होंने कहा कि इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। कांग्रेस विधायक ने कहा कि केवल विपक्ष के लोगों पर आखिर क्यों सीबीआई और ईडी की कार्रवाई होती है।
बीजेपी डराना चाहती
सत्ता पक्ष बीजेपी के मंत्री लोग दूध के धुले हैं जो उन पर कार्रवाई नही होती। जिस तरह से लालू परिवार को परेशान किया जा रहा है बिहार की जनता देख रही है। वहीं उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सभा और एमएलसी चुनाव होने वाला है और ऐसे छापा मरवा कर बीजेपी डराना चाहती है। जातीय जनगणना को लेकर सभी लोग सर्वदलीय बैठक का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे समय मे बीजेपी जानबूझकर ध्यान भटकाने के लिए यह काम कर रही है, जो कि कही से भी उचित नहीं है।