बिहार के राजगीर में कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर चल रही है। जहां कांग्रेस के पूर्व मंत्री शकीलुज्जमा अंसारी ने कहा कि पार्टी की खामियां कार्यकर्ताओं की शिकायत को दूर करने के लिए प्रखंड से पंचायत स्तर तक घूम घूमकर लोगों से मिलेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि उसे दूर करने का हर संभव प्रयास कर कांग्रेस पार्टी को सशक्त बनाएगी।
संविधान की अवहेलना हो रही
इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री पर हमला करते हुए कहा कि लोगों को जरूरी मुद्दों से भटका कर जातिवाद के नाम पर सरकार देश को बांटने का काम कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि नए भारत में संविधान की अवहेलना हो रही है। लोगों को धार्मिक चश्मों में बांटा जा रहा है। इस बैठक में संगठन की मजबूती के लिए छः मुद्दों पर चर्चा की गई है। वहीं शकीलुज्जमा अंसारी ने जातीय जनगणना को लेकर कहा कि पार्टी पूरी तरह से तैयार है और सहयोग करेगी। गिरिराज सिंह के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके बोलने से क्या होगा वो सबको पाकिस्तान भेजने के लिए लगे रहते हैं।
मजबूत धर्मांतरण विरोधी कानून की जरूरत
बता दें कि गिरिराज सिंह ने कहा था कि चाहे वे बांग्लादेशी हों, म्यांमार के रोहिंग्या हों या किसी अन्य प्रकार के अवैध निवासी हों, उन्हें बाहर रखा जाना चाहिए। भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि मजबूत धर्मांतरण विरोधी कानून की जरूरत है और ‘अल्पसंख्यकों’ शब्द के इस्तेमाल को छोड़ देने की बात कही थी। साथ ही कहा था कि ज्ञानवापी मस्जिद जैसे विदेशी आक्रमणकारियों द्वारा उत्पीड़न के सभी प्रतीकों को मिटा देना चाहिए।
1990 के दशक में दायर याचिका का हवाला
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार में प्रस्तावित जाति जनगणना का समर्थन किया, लेकिन कहा कि इसमें बांग्लादेशियों और रोहिंग्या जैसे घुसपैठियों को बाहर करना चाहिए। उन्होंने 1990 के दशक में दायर एक याचिका का हवाला देते हुए कहा कि बिहार के 11 जिलों में अवैध प्रवासियों की आबादी उस समय लगभग चार लाख थी। साथ ही कहा कि उन्हें जातीय जनगणना में शामिल नहीं करने की आवश्यकता है क्योंकि यह घुसपैठियों को वैधता प्रदान करेगा।
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