Ranchi: झारखंड में कुर्मी-कुरमी-कुड़मी जाति को अनुसूचित जनजाति श्रेणी में शामिल करने की मांग वर्षाें पुरानी है। हाल ही में कुर्मी-कुरमी को एसटी में शामिल करने को लेकर कई आंदोलन भी हुए। इसे लेकर झारखंड दौरे में आए बिहार सरकार के मंत्री सह जदयू प्रदेश प्रभारी डॉ. अशोक चौधरी ने यह मांग जेन्युइन है। कुर्मी-कुरमी-कुड़मी को एसटी में शामिल किया जाए। हम इसके पक्षधर हैं।
पार्टी में इस विषय पर विश्लेषण होगा
वहीं कांग्रेस ने कहा झारखंड में इस पर चर्चा होनी है। चर्चा के बाद हमलोग इस पर बात करेंगे। पार्टी में इस विषय पर विश्लेषण होगा, बात रखी जायेगी। राज्य के लोगों के लिए, राज्य के विकास के लिए और कुर्मी समाज के लिए जो बेहतर होगा, पार्टी उस दिशा पर कदम बढ़ाएगी। वहीं बीजेपी इस विषय पर कुछ कहने से बचते दिखी।
आदिवासी संगठनों का विरोध प्रदर्शन जारी
कुड़मी को एसटी का दर्जा देने के विरोध में आदिवासी संगठनों का विरोध प्रदर्शन जारी है। 2024 का चुनाव भी नजदीक है। ऐसे में झारखंड में एक बार फिर कुड़मी-आदिवासी आमने- सामने हैं। यह विषय आने वाले समय में झारखंड की राजनीति में एक नया पटकथा जोड़ने जा रही है।