चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने बप्पी लहरी के निधन पर शोक व्यक्त किया साथ हीं दो मिनट का मौन व्रत भी रखा। चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) पर आरोप लगाया और कहा कि पुलिसकर्मियों पर मैं आरोप नहीं लगा रहा हूं। मैं गृह मंत्री जो संयोग से मुख्यमंत्री भी है उन पर आरोप लगा रहा हूं कि वह अपने सिपाहियों को आदेश दिए की चिराग पासवान का काफिला रोक लो। जब मैं उनके खिलाफ बिहार में हो रहे करप्शन एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़क पर आया तो मेरी आवाज बंद करने के लिए मुख्यमंत्री ने पुलिस को रोकने का आदेश दे दिया।
बेरोजगारी दूर होगी
चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री को कहा आप 15 साल से सत्ता में हैं। अपनी उपलब्धि बताइए। एक सुई का कारखाना भी नहीं खोल पाए। चिराग ने आगे कहा कि जितनी बंद पड़ी मिलें हैं उन्हें चालू किया जाए तो बेरोजगारी दूर होगी। नीतीश कुमार पर प्रहार करते हुए कहा कि बिहारियों पर गोली चलवाने और जहरीली शराब पिलाने के अलावा नीतीश कुमार कुछ नहीं कर रहे हैं। युवा पीढ़ी को बर्बाद करने के मिशन पर निकले हैं। चिराग पासवान ने कहा हम शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे। जेपी गोलंबर से अपने कार्यकर्ताओं के साथ शांति से जा रहे थे पर डाक बंगला चौराहा पर हमें रोक दिया गया। क्या मुख्यमंत्री चाहते थे कि अप्रिय घटना घटे।
लाठियां बरसाई
चिराग ने कहा कि आयकर गोलंबर पर पुलिस मुझसे मीठी-मीठी बातें करते हुए आगे तक ले गई और पीछे मेरे कार्यकर्ताओं पर अंधाधुन लाठियां बरसाई गयीं। मैंने देखा तो उसके बाद मैं उल्टी दिशा में दौड़ कर गया और कार्यकर्ताओं के बीच में पहुंचा फिर पुलिस शांत हुई और लाठी चलाना रोका। चिराग ने बताया कि मेरी मां कल साथ में थीं मेरी मां जानती है मैं डरने वाला नहीं।
गजब परंपराओं की शुरुआत
चिराग पासवान ने आगे कहा कि नीतीश कुमार गजब परंपराओं की शुरुआत कर रहे हैं। हम लोग को गिरफ्तार कर छोड़ दिया गया और फिर हमलोग पर FIR कर दिया गया। FIR पर सवाल उठाते हुए चिराग पासवान ने कहा कि मेरे आह्वाहन पर यह मार्च था, मेरे नेतृत्व में पूरा काफिला निकला था, मेरे पार्टी का मैं अध्यक्ष हूं, फिर हम पर FIR क्यों नहीं किया गया। हमें क्यों वंचित रखा गया। पूरे कार्यक्रम का कर्ताधर्ता मैं था मुझे छोड़ दिया गया।