जदयू के राज्यसभा सांसद महेंद्र प्रसाद यानि किंग महेंद्र की असामयिक मृत्यु के कारण बिहार में एक सीट पर राज्यसभा का उपचुनाव होने जा रहा है। जिसकी घोषणा चुनाव आयोग ने कर दी है। चुनाव आयोग ने 30 मई को उपचुनाव करवा रहा है। अधिसूचना के अनुसार दिसंबर 2021 में जेडीयू सांसद महेंद्र प्रसाद की मृत्यु के बाद एक सीट खाली हो गई थी। जिसके लिए उपचुनाव होने जा रहा है।
शहाबुद्दीन की पत्नी को भी राज्यसभा भेजना चाहिए
वहीं जनता दल यूनाइटेड ने इस उपचुनाव वाली सीट पर अनिल हेगड़े को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है। पार्टी के तरफ से राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इसकी अधिकारिक जानकारी दी है। इसी बीच दिल्ली पहुंचे जीतनराम मांझी ने अपनी पार्टी के लिए एक सीट की मांग कर दी है। जिसे लेकर एनडीए में उथल-पुथल होना लाजमी है। पूर्व सीएम मांझी ने कहा कि आणे वाले राज्यसभा चुनाव में NDA के घटक दल होने के नाते एक सीट उनके पार्टी को दी जाए। वहीं उन्होंने कहा कि अगर यह संभव नहीं तो विधान परिषद की एक सीट दी जाए। इससे पहले जीतनराम मांझी के पार्टी राष्ट्रीय महासचिव दानिश रिजवान ने कहा था कि आरजेडी के पूर्व दिग्वंत सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी को भी राज्यसभा भेजना चाहिए।
जदयू ने अनिल हेगडे को बनाया उम्मीदवार
बहरहाल आज सोमवार को जदयू ने राज्यसभा उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है। जहां इस उपचुनाव वाली सीट पर अनिल हेगड़े को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है। पार्टी के तरफ से राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इसकी अधिकारिक जानकारी दी है। अनिल हेगड़े की पहचान शांति से काम करने वाले नेता के तौर पर मानी जाती है। जो बिना लाइम लाइट में रहे जदयू पार्टी के लिए काम करने के लिए जाने जाते हैं। वह पिछले कई सालों से संगठन के साथ-साथ चुनावों की निगरानी भी करते थे। हेगड़े नीतीश कुमार के करीबी भी माने जाते है और सालों से काम करने की वजह से उन्हें नीतीश कुमार इनाम भी दे सकते हैं। गौरतलब है कि अनिल हेगड़े मूल रूप से कर्नाटक के रहने वाले हैं।
यह भी पढ़ें : – जदयू ने उम्मीवार का किया ऐलान, अनिल हेगड़े को भेजेगी राज्यसभा