केंद्र की राजनीति में सत्ता पिछले दो दशकों के पहले दशक में कांग्रेस यानि यूपीए के हिस्से रही। जबकि उसके बाद का दशक भाजपा यानि एनडीए के नाम रहा। लेकिन बिहार में लोकसभा चुनाव का इतिहास बताता है कि NDA पिछले तीन चुनावों में टॉप पर रहा है। साथी बदलते रहे हैं लेकिन NDA की सीटें हमेशा ठीक-ठाक रही हैं। लेकिन एक सर्वे बता रहा है कि बिहार में अभी लोकसभा चुनाव हुए तो NDA अपने पिछले तीन चुनावों के नतीजों के मुकाबले सबसे खराब स्थिति में रहेगा। वहीं एनडीए के खिलाफ खड़े दलों की स्थति पिछले तीन चुनावों के मुकाबले पहली बार बेहतर रहेगी।
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तीन चुनावों में हर बार रहा है कि NDA का कब्जा
2009 से लेकर 2019 तक हुए लोकसभा चुनावों में बिहार में NDA का राज रहा है। 2009 में NDA केंद्र में सत्ता के आसपास भी नहीं पहुंची थी। लेकिन बिहार की जनता ने यहां की 40 में से 32 सीटें एनडीए को जिताई थी। तब जदयू और भाजपा दोनों साथ थे। 2014 के चुनाव में जदयू और भाजपा अलग हो गए। लेकिन एनडीए को खास नुकसान नहीं हुआ। तब एनडीए को 31 सीटें मिलीं। 2019 में जदयू फिर भाजपा के साथ आ गई। नतीजे भी अप्रत्याशित रहे और 40 में से 39 सीटें एनडीए को मिल गईं।
2004 के चुनाव नतीजों में बिहार में पार्टियों को मिलीं सीटें
- भाजपा : 05
- जदयू : 06
- राजद : 22
- लोजपा : 04
- कांग्रेस : 03
2009 के चुनाव नतीजों में बिहार में पार्टियों को मिलीं सीटें
- भाजपा : 12
- जदयू : 20
- राजद : 04
- लोजपा : 00
- कांग्रेस : 02
2014 के चुनाव नतीजों में बिहार में पार्टियों को मिलीं सीटें
- भाजपा : 22
- लोजपा : 06
- रालोसपा : 03
- कांग्रेस : 01
- राजद : 04
- जदयू : 02
2019 के चुनाव नतीजों में बिहार में पार्टियों को मिलीं सीटें
- भाजपा : 17
- जदयू : 16
- राजद : 00
- लोजपा : 06
- कांग्रेस : 01
अभी चुनाव हुए तो एनडीए को 24 सीटें
इंडिया टीवी और सीएनएक्स ने एक सर्वे किया है, जिसमें अभी चुनाव हुए तो एनडीए को 24 सीटें मिल सकती हैं। जबकि I.N.D.I.A. को 16 सीटें मिलती दिख रही हैं। वैसे तो आंकड़ों में एनडीए आगे ही दिख रहा है लेकिन एनडीए के लिहाज से 2004 के बाद यह सबसे खराब प्रदर्शन होगा। हालांकि एनडीए के नेता इस सर्वे में एक बात की राहत ढूंढ़ सकते हैं कि जहां विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. की नींव पड़ी, वहीं ये दल पिछड़ सकते हैं।
सर्वे के मुताबिक दलों को मिलने वाली संभावित सीटों की संख्या
- भाजपा : 20
- राजद : 07
- जदयू : 07
- कांग्रेस : 02
- एलजेपी (R) : 02
- आरएलजेपी : 01
- हम : 01
वोट प्रतिशत में I.N.D.I.A. आगे
भले ही सीटों में एनडीए को फायदा दिख रहा है लेकिन वोट प्रतिशत के मामले में I.N.D.I.A. आगे दिख रहा है। सर्वे के मुताबिक I.N.D.I.A. 45 फीसदी वोट मिल सकते हैं। इसमें जदयू को 19 प्रतिशत, राजद को 18 प्रतिशत और कांग्रेस को 8 प्रतिशत वोट मिल सकता है। लेकिन एनडीए का कुल वोट प्रतिशत 34 ही रहने के अनुमान हैं।