बिहार की राजनीति में इन दिनों उथल-पुथल जारी है। कांग्रेस और राजद के कई विधायक एक-एक कर पाला बदल रहे है। सभी बीजेपी में शामिल हो रहे है। अभी कुछ दिन पहले ही राजद के तीन विधायक (चेतन आनंद, प्रह्लाद यादव और नीलम देवी) ने दगा दिया था। राजद इस दगाबाजी से उबड़ी ही थी कि बीजेपी ने पार्टी को एक और झटका दे दिया। मंगलवार को मोहनिया से आरजेडी विधायक संगीता कुमारी बीजेपी में शामिल हो गई हैं। इसके अलावा कांग्रेस के भी दो विधायक (मुरारी गौतम व सिद्धार्थ सौरव) ने बीजेपी का हाथ थाम लिया।
सूत्रों के अनुसार, लोकसभा चुनाव से पहले चल रहे इस दल बदल प्रतियोगता में अभी और कई उम्मीदवार शामिल होंगे। कतार में अभी कुछ और हैं। इस लिस्ट में ऐसे कई नेता है जो कांग्रेस और राजद का मोह छोड़ चुके हैं। वह सिर्फ उचित अवसर की तलाश कर रहे है। वहीं, बीजेपी एक-एक कर कई विधायकों का नस पकड़कर उन्हें अपनी ओर शामिल करने में जुट गई है। इसी के साथ बीजेपी बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। बिहार में बीजेपी की 78 सीटें हो गई है। जबकि दूसरे नंबर पर 75 सीटों के साथ राजद है।
बता दें कि 27 जनवरी को सीएम नीतीश बीजेपी के साथ चले गए। जिसके बाद बिहार में एनडीए की सरकार आ गई। इस दौरान राजद को उसके तीन विधायकों (चेतन आनंद, प्रह्लाद यादव और नीलम देवी) ने दगा दे दिया। वहीं, मंगलवार को महागठबंधन सरकार को एक और झटका तब लगा जब कांग्रेस के दो विधायकों (मुरारी गौतम व सिद्धार्थ सौरव) और राजद की एक विधायक (संगीता कुमारी) ने बीजेपी का हाथ थाम लिया। फिलहाल आशंका जताई जा रही कि अभी और उलटफेर देखने को मिल सकता है।