आज बजट सत्र का आठवां दिन है। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के पहले विपक्ष के विधायकों का सरकार के प्रति विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के पहले विपक्ष ने सदन के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सदन में नीतीश सरकार को बिहार में मनरेगा के तहत रोजगार मुहैया कराए जाने को लेकर सरकार से सवाल किया था। लेकिन बिहार सरकार की ओर से संतुष्टि भरा जवाब नहीं मिला जिसे लेकर तेजस्वी संतुष्ट नहीं दिखे।
सदन में दिया गया जवाब गलत
तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को घेरते हुए आरोप लगाया कि सरकार की तरफ से सदन में दिया गया जवाब बिल्कुल गलत है। तेजस्वी यादव ने इसके लिए मनरेगा को लेकर राष्ट्रीय वेबसाइट का हवाला देते हुए कहा कि साइट पर आंकड़े कुछ और बता रहे हैं जबकि सरकार का जवाब कुछ और दे रही है। तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार किसी भी तरह सदन में गलत जवाब देकर अपनी जवाबदेही से नहीं बच सकती है। उन्होंने सदन में सरकार से जवाब मांगा कि जो आंकड़े दे रही है वह कहां से दिए गए हैं।
99 प्रतिशत लोगों को रोजगार दिया
किन अधिकारियों के द्वारा इसे तैयार करवाया गया है। सरकार कह रही है कि 99 प्रतिशत लोगों को रोजगार दिया गया है। अब सरकार यह बताए कि मनरेगा की वेबसाइट पर आंकड़े कुछ और बता रहे हैं। तेजस्वी ने आगे कहा कि हम बिना आंकड़ों के बात नहीं करते। हम ने कहा कि मंत्री अभी अपने अधिकारियों को बुलाकर हमें सामने बैठाकर उन्हें यह आंकड़ा दिखाए। सरकार सदन में झूठ क्यों बोलती है। झूठे आँकड़े क्यों परोसती है?
मनरेगा का काम मांग अधारित
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के तरफ से लगाए गए आरोप पर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने जवाब देते हुए कहा कि जो आंकड़े बताए गए हैं वह विभाग की तरफ से तैयार किया गया। मंत्री श्रवन कुमार ने कहा कि मनरेगा का काम मांग पर अधारित है जो लोग काम माँगते हैं उन्हें हमलोगों ने काम दिया है। वह लोग स्थानीय स्तर पर नीजि काम पर लग जाते हैं। उसके कारण समय पर जितने लोग उपस्थित होना चाहिए उतने लोग उपस्थित नहीं हो पाते हैं। जो लोग उपस्थित हुए है उन्हें हमलोगों ने काम दिया है।
तेजस्वी यादव संतुष्ट नहीं दिखें
मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि सरकार सदन में जो कुछ कहती है वह बहुत जिम्मेदारी से बात कहती है। उन्होंने कहा कि राज्य में मनरेगा के तहत लोगों को रोजगार दिया गया है यह सच्चाई है लेकिन मंत्री श्रवण कुमार के जवाब से तेजस्वी यादव संतुष्ट नहीं दिखे। उन्होंने इस प्रश्न को स्थगित करने की मांग की जिसे लेकर काफी देर तक के सदन में शोर शराबा होता रहा।
शराबबंदी कानून संशोधन
वहीं शराबबंदी कानून के संशोधन पर कहा कि कभी शिक्षक को शराब ढूंढ कर कहा जाता है लाने को। जब तेजस्वी से पूछा गया कि शराबबंदी कानून में संशोधन किया रहा है तो उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार कह रही है कि जो शराब पीकर के आएंगे वह बताएंगे कि कहां से लिए तो उस पर कार्रवाई होगी और जो पीकर के आने वाले व्यक्ति उसे छोड़ दिया जाएगा।
लोग मुख्य मुद्दे से भटक जाएं
तेजस्वी यादव ने इसे लेकर एक उदहारण देते हुए कहा कि मान लीजिए आलोक मेहता विधायक हमारे साथ हैं यह शराब पी करके आए और इनका तेजस्वी यादव से नहीं बनता है उन्होंने मेरा नाम दे दिया क्योंकि हम पर कार्रवाई हो जाएगी। यह सरकार असफल हो चुकी है और मुख्य मुद्दे से भटकाने के लिए रणनीति तैयार कर रही है ताकि लोग मुख्य मुद्दे से भटक जाएं और कोई बहस न करे।