बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ अब भाजपा ने धीरे धीरे मोर्चा खोल दिया है। भाजपा को सरकार से बाहर करने के बाद से नीतीश कुमार तो भाजपा पर हमलावर हो गए। लेकिन भाजपा के केंद्रीय नेताओं ने खामोशी ओढ़े रखी। नीतीश का जवाब सिर्फ बिहार भाजपा से जुड़े नेताओं ने दिया। लेकिन अब नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खुलने लगा है। अमित शाह बिहार आकर चुनौती दे गए तो दूसरे नेता भी अब नीतीश कुमार के खिलाफ खुल कर बोलने लगे हैं।
दिनेश शर्मा ने दी चुनौती
नीतीश कुमार को विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की एक कोशिश चल रही है। इस कोशिश के बीच में फूलपुर से उनके लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा शुरू हुई है। हालांकि नीतीश इसे अब तक नकार रहे हैं। लेकिन उनके समर्थक उन्हें लगातार फूलपुर से चुनाव लड़ने के लिए प्रोजेक्ट कर रहे हैं। हालांकि उत्तरप्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा का कहना है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उत्तर प्रदेश में ग्राम प्रधान पद का चुनाव भी नहीं जीत पाएंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में अपना आधार खो चुके नीतीश कुमार अगर उत्तर प्रदेश में अपना आधार ढूंढ़ने आ रहे हैं तो उनका यह सपना निराधार है।
PFI और कांग्रेस पर भी बरसे
वहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री ने RSS की तुलना PFI से करने वाले वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। पीएफआई और संघ की तुलना नहीं हो सकती। पीएफआई देश तोड़ने वाला संगठन है।