INDI गठबंधन की रैली में लगातार नेताओं ने हुंकार भरी है। इस महारैली के आयोजन से पहले झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने शनिवार को दावा किया कि विपक्षी गठबंधन की ‘उलगुलान न्याय रैली’ के दौरान केंद्र के “तानाशाही” दृष्टिकोण का खुलासा किया जाएगा। चंपई सोरेन ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद झामुमो ने उनके लिए न्याय की मांग को लेकर राज्य भर में ‘न्याय यात्रा’ निकाली।
“हमें तानाशाही को रोकने और अपने लोकतंत्र और संविधान को बचाने की जरूरत है। झारखंड और दिल्ली में क्या हुआ, सब जानते हैं। हम मेगा रैली में केंद्र के तानाशाही रवैये का पर्दाफाश करेंगे।”
वहीं, रविवार सुबह रांची पहुंचने के बाद शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि मेरा संदेश बहुत स्पष्ट है कि हम भाजपा की बढ़ती निरंकुशता के खिलाफ इस लड़ाई में एक साथ हैं। वे विपक्ष को ठीक से काम नहीं करने दे रहे हैं। वे जो करने की कोशिश कर रहे हैं वह विपक्ष को चुप कराना है। हम महंगाई की ऊंची दर, बेरोजगारी और महिलाओं को सुरक्षित माहौल नहीं मिलने को देख रहे हैं।
इस सब के बीच भाजपा ने इस रैली के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई और आरोप लगाया कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है। भाजपा की ओर से दावा किया गया है कि इंडिया ब्लॉक खुलेआम वाहनों पर झंडे और बैनर लगा रहे हैं। रैली के लिए पोस्टर और होर्डिंग लगा रहे हैं। यह आचार संहिता का उल्लंघन है।