पटना में हुए लाठीचार् को लेकर गठित बीजेपी की केंद्रीय टीम ने अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंप दी है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों पर पुलिस मैनुअल को दरकिनार कर कमर के ऊपर लाठीचार्ज किया गया। इसके साथ ही पार्टी के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल समेत चोटिल लोगों की जानकारी देते हुए जांच रिपोर्ट में यह भी लिखा गया है कि पुलिस पहले ही यह मंशा बनाकर बैठी थी कि उन्हें बीजेपी के शांतिपूर्ण मार्च के दौरान नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों को घेरकर पीटना है। रिपोर्ट में 771 घायलों की सूची भी संलग्न की गई है और यह भी बताया गया है कि लाठीचार्ज के अलावा दर्जनों लोग भगदड़ में गिरकर भी घायल हुए। ऐसी ही एक भगदड़ में जहानाबाद के जिला महामंत्री विजय सिंह की मौत हो गई।
जिला प्रशासन और पुलिस के रवैये को संदिग्ध भी बताया
इसके साथ ही बीजेपी की केंद्रीय टीम ने अपनी रिपोर्ट में जिला प्रशासन और पुलिस के रवैये को संदिग्ध भी बताया है। टीम ने रिपोर्ट में जिक्र किया है कि विजय सिंह की हत्या को सरकारी तंत्र स्वाभाविक मौत दिखाने का प्रयास कर रही, लेकिन वह उस समय का वीडियो नहीं दिखा सकी, जब विजय सिंह जमीन पर गिरे थे। रिपोर्ट में उनके गीले होने, कपड़े फटे होने और गिरने के बाद मौत होने की बात लिखी गई है। बीजेपी की केंद्रीय टीम में मनोज तिवारी, रघुवर दास, सुनीता दुजाल सुनीता दुग्गल व विष्णु दयाल राम भी शामिल थे।