बिहार में विधानसभा की एक सीट पर चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। रिजल्ट में भाजपा चारों खाने चित्त है। शुरुआत की एक राउंड में बढ़त के अलावा भाजपा के लिए कोई खुशखबरी नहीं रही। हार का अंतर इतना बड़ा है कि विधानसभा नहीं लोकसभा का उपचुनाव लग रहा है। बोचहां में भाजपा अपना वो सबकुछ हार बैठी जो चंद दिनों पहले हासिल किया।
साथी भी छूटा, जीत भी छिटकी
बोचहां विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपना उम्मीदवार दिया। इसी कारण उसके साथ मुकेश सहनी ने बगावत की। मुकेश सहनी के बाकि बचे तीन विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया तो राज्य की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा ही बन गई। पहले से 74 सीटें भाजपा के साथ थी, अब 77 हो गई। लेकिन इस हार ने भाजपा से मुकेश सहनी को तो दूर किया ही, नंबर वन पार्टी होने का जोश भी ठंडा पड़ गया।
राजद सिर्फ एक सीट पीछे
बोचहां विधानसभा उपचुनाव के नतीजे के बाद बिहार विधानसभा का पूरा गणित बदल गया है। सबसे बड़ी पार्टी के रूप में भाजपा का स्थान तो कायम है। लेकिन राजद उससे सिर्फ एक पायदान ही नीचे है। राजद के 75 विधायक थे, अब 76 हो गए। यह नई सीट राजद ने भाजपा से अपने बूते छीनी है।