मुख्यमंत्री के अनुसंशा के बाद राज्यपाल ने मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया। ऐसे में अब पूर्व मंत्री मुकेश सहनी का दर्द छलक कर सामने आया है। मुकेश सहनी आज प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अतिपिछड़ा समाज के आरक्षण को पन्द्रह प्रतिशत आरक्षण से बढ़ाने जैसी भी लड़ाई लड़नी पड़ेगी मैं लड़ाने को तैयार हूं। उन्होंने कहा कि बिहार के सम्मान और इसके विकास के लिए समर्पित हूं। मुकेश सहनी ने कहा कि मेरे कार्यकाल में 13 करोड़ जनता की सेवा की है। सभी जाति धर्म को साथ लेकर चला है। वहीं मुकेश सहनी ने कहा कि कुछ लोग मेरे घर पर कब्जा करना चाहते हैं। जिसे हम कब्जा करने से रोकने आए हैं। हम अपने घर पर किसी को कब्जा नहीं करने देंगे।
सहनी की प्रेस कॉन्फ्रेंस
बता दें कि पटना के स्ट्रैंड रोड स्थित अपने आवास पर VIP सुप्रीमो ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि मैंने अच्छा काम किया है लेकिन मेरे साथ गलत हुआ। हम जल्द ही जनता के बीच जाकर अगले महीने से दौरा शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि वह 150 पीत पत्र लिखने वाले देश का पहला मंत्री हूँ। उन्होंने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने विरोध कर इस्तीफा की पेशकश की। केंद्र ने उनका कोई सहयोग नहीं किया। साथ ही विभाग पैसे खर्च नहीं कर रही।
भाजपा के आरोप गलत
सहनी का कहना कि संजय जसवाल के सभी आरोप गलत है। उन्होंने मुझ पर आरोप लगाया था कि मैं सहकारिता में मछुआरों को नया सदस्य बना रहा हूं। हालांकि वह विभाग मेरे अधीन ही नहीं है। उस विभाग में भाजपा कोटे के मंत्री सुभाष सिंह है। मेरा लक्ष्य केवल मछुआरों को सरकारी योजना का लाभ प्राप्त करवाना था। सहनी ने यह भी बताया कि सहकारिता विभाग ने मनमाना तरीक़े से काम किया है। हमारे विभाग से कुछ भी नहीं पूछा जाता था। साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी भाजपा से विलय की कोई बात नहीं हुई थी। भाजपा के नेता उन पर झूठे आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा मुझे चाहे कुछ भी करना पड़े मैं मछुआरा समाज को उनका हक दिलाकर ही दम लूँगा।
करा लें जांच
सरकार को मेरे विरुद्ध जो जांच करवानी है वह करा सकते है। मैं इसके लिए पूरी तरह से इसके लिए तैयार हूँ। साथ ही उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने जिन मल्लाह समाज के लोगों को बुलाकर मुझ पर आरोप लगाया था वह पूरी तरह से नकली है।