सरकार बनाओ अधिकार पाओ रैली में VIP प्रमुख मुकेश सहनी बुधवार को बेगूसराय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि 2025 में तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। प्रशांत किशोर की पार्टी के उप चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि वह बड़े रणनीतिकार हैं, लेकिन उन्हें उम्मीदवार बदलना पड़ा। बीजेपी पर हमला बोलते हुए मुकेश सहनी ने कहा कि भाजपा भारत जलाओ पार्टी है, उनके नेता नफरत और दंगा फैलाने का काम करते हैं। हम लगातार हर जिला में यात्रा कर रहे हैं और पार्टी मजबूत करने का काम कर रहें हैं।
उन्होंने कहा कि हमें अधिकार लेना है, निषाद समाज को दिल्ली और बंगाल की तरह बिहार में अधिकार दिलाना है। हम मजबूती से इंडिया गठबंधन के साथ हैं। हम उनके लिए लड़ाई लड़ेंगे की हमारी जब सरकार बनेगी तो गरीब, किसान, दलित सभी की आवाज होगी। गिरिराज सिंह के हिंदू स्वाभिमान यात्रा पर उन्होंने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर का यह देश है, गांधी जी का आदेश है, अटल बिहारी वाजपेयी जी और अब्दुल कलाम आजाद का देश है। ऐसे देश में इस तरह की भाषा का प्रयोग करना समाज के लिए सही नहीं है। एक पार्टी के बड़े नेता देश के मंत्री जाति और धर्म के लिए इस तरह से नफरत फैला कर रहे हैं।
मुकेश सहनी ने कहा कि गिरिराज सिंह और अररिया के सांसद ने जो कहा है, वह सही नहीं है, यह लोग नफरत की राजनीति करते हैं। 83 प्रतिशत हिंदू उनको दिख रहा है। देश आपका है, राज आपका है, बीजेपी की 11 साल से सरकार है। यह सब नफरत फैलाने में लगने वाले लोग हैं, दंगा फैलाने वाले लोग हैं, ऐसे लोगों का कोई औचित्य नहीं है। प्रशांत किशोर ने जन सुराज का उम्मीदवार दिए जाने और उसके दो उम्मीदवार बदले जाने पर कहा कि प्रशांत किशोर कहते हैं कि हम राजनीति कर हैं। लेकिन उन्हें यह भी पता नहीं है कि हम जिस राज्य का चुनाव लड़ रहे हैं, उसका उम्मीदवार होना चाहिए। आज उनको कैंडिडेट बदलना पड़ा।
वह हजारों लोगों को एम्पलाई बना कर काम कर रहे हैं। राजनीति एम्पलाई के बेस पर नहीं चलती है। ऐसा चलता तो अडाणी और अंबानी भी राजनीति में उतर कर पूरे देश के हर ब्लॉक और पंचायत में अपने एम्पलाई को खड़ा करके प्रधानमंत्री बन जाते। चुनाव विचारधारा का होता है। प्रशांत किशोर सबसे पहले बताएं कि उनकी विचारधारा क्या है। आज वह कांग्रेस के साथ भी हैं और बीजेपी के साथ भी हैं। महाराष्ट्र में उनके चुनाव की वह देखरेख कर रहे हैं। 2024 के चुनाव में मीडिया में जाकर उन्होंने भाजपा के लिए फील्डिंग किया। आज हुए बड़े-बड़े कॉर्पोरेट घरानों से चंदा लेकर काम कर हैं, ताकि आने वाले समय में कॉर्पोरेट घराना को फायदा देंगे।
प्रशांत किशोर ने देश का बाजारीकरण कर दिया। ऐसे लोगों से देश और राज्य का भला नहीं हो सकता है। देश की राजनीति गरीब और लाचार के लिए होना चाहिए, राजनीतिक गरीबों के लिए होनी चाहिए। जैसे वोट गरीब लोग देते हैं, वैसे गरीब लोग ही विधायक और सांसद बनें। इसके लिए राजनीति होनी चाहिए। वह कहते हैं कि हम हजार करोड़ रूपया खर्च करेंगे, आखिर इतना रुपया वह कहां से लाएंगे। जिससे लेंगे उसको क्या देंगे, इन सभी चीजों को बताना चाहिए। राजनीति का बाजारीकरण वह नहीं करें, बाबा साहब आंबेडकर ने जो संविधान और लोकतंत्र बनाया, उस पर काम करना चाहिए, बाजारीकरण नहीं करें।