लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए बीजेपी ने भी कमर कस ली है। बिहार में बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए पार्टी के बड़े नेता अब मैदान में उतरने जा रहे हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 24 जून को बिहार दौरे पर आने वाले थे। लेकिन उनका दौरा रद्द हो गया है। चर्चा है कि यह बीजेपी की रणनीति का एक हिस्सा है। पटना में होने वाली विपक्षी एकता की बैठक पर पैनी निगाहें जमाए बीजेपी का राष्ट्रीय नेतृत्व बड़ी रणनीति तैयार कर रही है। जिसके बाद जेपी नड्डा का बिहार दौरा करेंगे।
BJP परिवारवाद के मुद्दे को नए ढंग से उठाएगी
बीजेपी की कोशिश है कि हर दृष्टिकोण और राजनीतिक दांव-पेंच के साथ विपक्ष की एकता को घेरा जाए। बीजेपी रणनीति है कि वह परिवारवाद के मुद्दे को नए ढंग से उठाएगी। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आरजेडी और टीएमसी पर सीधे परिवारवाद का आरोप लगाकर घेरेगी। बीजेपी विपक्षी पार्टियों को परिवारवाद बनाम राष्ट्रवाद के मुद्दे पर घेरेगी। वहीं भ्रष्टाचार के मुद्दे को भी बीजेपी बड़ा बड़ा बनाएगी। क्योंकि विपक्षी बैठक में शामिल अधिकतर पार्टियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।
बीजेपी को करना पड़ सकता विपक्षी ताकत से मुकाबला
बीजेपी को पता है कि अगला लोकसभा चुनाव साधारण नहीं है। बीजेपी को लगता है कि चुनाव में उसे विपक्षी ताकत से मुकाबला करना पड़ सकता है। बीजेपी इसी की काट ढूंढ रही है। दरअसल, बीजेपी विपक्षी एकता को बेअसर करने के लिए एक साथ कई मोर्चों पर काम कर रही है। बीजेपी चाहती है कि किसी विपक्ष एक मंच पर नहीं पहुंचे। उसे पता है कि अब तक उसे 37 फीसदी वोट ही मिलते रहे हैं, बाकी 63 फीसदी वोट विपक्ष में बंटते रहे हैं। बीजेपी को इसी का लाभ मिलता रहा है।