बिहार में आरक्षण के मुद्दे पर सियासत गरमा गई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एनडीए पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरक्षण को लेकर नीतीश सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाया। वहीं, इस पर बीजेपी ने प्रतिक्रिया दी है। बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने आज राजद नेताओं द्वारा आरक्षण को लेकर दिए जा रहे बयान को लेकर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि उन्हें आरक्षण पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि भाजपा कल भी आरक्षण के समर्थन में थी और आज भी आरक्षण के समर्थन में खड़ी है। उन्होंने कहा कि राजद के लालू यादव और कांग्रेस यह बताए कि आज तक ये दोनों पार्टियां सत्ता में रहते किसे आरक्षण दी है। लालू यादव और उनका परिवार बिहार में 15 सालों तक सत्ता में रहा लेकिन एक व्यक्ति को भी आरक्षण का लाभ नहीं दिया और आज आरक्षण को लेकर उनके परिवार और उनकी पार्टी के सदस्य गाल बजा रहे हैं।
सम्राट चौधरी ने आगे कहा कि बिहार की जनता को सब पता है। लोकसभा चुनाव का परिणाम इसका प्रमाण है। उन्होंने कहा काठ का बर्तन एक ही बार चूल्हे पर चढ़ता है। अब कांग्रेस और राजद आरक्षण को लेकर समाज को बांटने की कितनी भी कोशिश कर ले लेकिन अब वह पुराना दौर नहीं आने वाला है। वहीं, इस पर डिप्टी सीएम विजय कुमार सिंन्हा ने कहा कि तेजस्वी यादव संविधान विरोधी हैं. वे संवैधानिक संस्थान का सम्मान नहीं करते हैं. संवैधानिक संस्थान का अपमान करने वाली उनकी संविधान विरोधी मानसिकता झलक रही है. हम (बीजेपी) तो हमेशा आरक्षण के पक्ष में रहे, लेकिन आप अपनी पार्टी को परिवारवाद के आरक्षण से कब मुक्त करेंगे?