लोकसभा चुनाव में बस कुछ ही महीनों का समय बचा है। इससे पहले साउथ में भाजपा की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। पहले कर्नाटक जैसा बड़ा राज्य भाजपा के हाथ से निकल गया। वही अब भाजपा के नेतृत्व वाली NDA सहयोगी दल भी उसका साथ छोड़ रहे हैं। बीते कुछ दिनों में NDA में दो टूट हुई है। पहले तमिलनाडु में AIADMK ने NDA से नाता तोड़ लिया। वहीं अब आंध्रप्रदेश में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। अभिनेता पवन कल्याण की पार्टी जनसेना पार्टी NDA से अलग हो गयी है।
NDA से अलग हुई जनसेना पार्टी
दरअसल टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के बाद से तेलंगाना की सियासत में गहमागहमी तेज है। NDA के साथ रहते हुए भी पवन कल्याण की पार्टी जनसेना पार्टी चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी का विरोध कर रही थी। जिसके बाद से ही भाजप से जनसेना पार्टी के रिश्ते में खटास के कयास लगाया जा रहे थे। आज इस कयास पर मुहर भी लग गयी है। यह माना जा रहा था कि जनसेना पार्टी एनडीए से अलग हो सकती है। गुरुवार को पवन कल्याण ने इसका औपचारिक एलान किया। टीडीपी के प्रमुख पवन कल्याण ने तेलुगू देशम पार्टी के साथ गठबंधन की घोषणा की थी और तेलंगाना विधानसभा चुनाव में 119 सीटों में से 32 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। बता दें कि तेलंगाना में इसी साल विधानसभा चुनाव होना है।
AIADMK ने भी दिया झटका
भाजपा को तेलंगाना से पहले तमिलनाडु में झटका लगा था। लंबे समय से भाजपा की साथी रही AIADMK ने साथ छोड़ दिया। तमिलनाडु में पहले से भी भाजपा का प्रभाव कम रहा है। AIADMK के अलग होने से तमिलनाडु में भाजपा की मुश्किलें और अधिक बढ़ेगी। लोकसभा चुनाव में इसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ सकता है।