बिहार की राजनीति में एक बार फिर जातीय जनगणना को लेकर बहस तेज हो गई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी आज शाम साढ़े चार बजे सीएम नीतीश कुमार से मिलने सीएम आवास जाएंगे। जातीय जनगणना को लेकर तेजस्वी ने कल ही मिलने का समय मांगा था। आज दोनों नेताओं की मुलाकात होगी। हाल ही में इफ्तार के बहाने दोनों की मुलाकात हुई थी।
बीजेपी का स्टैंड क्लियर
वहीं बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने जातीय जनगणना पर बताया कि बीजेपी का स्टैंड क्लियर किया है। संजय जायसवाल ने कहा कि बीजेपी की पहली प्राथमिकता गरीबी है। वहीं उन्होंने कहा कि जनगणना जो गरीब हैं उनको सुविधा मिल सके इसलिए की जाती है। उन्होंने आगे कहा कि जनगणना कभी जातीय आधार पर नही हुई है। साथ ही स्पष्ट कहा कि बीजेपी जाति आधारित जनगणना पर विश्वास नहीं करती है। उन्होंने तेजस्वी पर भी निशाना साधा और कहा कि वह मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रहे हैं।
सपना कभी पूरा होने वाला नही
1990 और 2005 के कार्यकाल की तरह बिहार फिर से अंधकार में चला जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि उनका वह सपना कभी पूरा होने वाला नही। वही पैदल यात्रा को लेकर कहा कि तेजस्वी यादव पद यात्रा कर रहे हैं यह अच्छी बात है और स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। बता दें कि सीएम नीतीश ने भी जातीय आधारित जनगणना का समर्थन किया है। सीएम नीतीश ने कहा कि राज्य सरकार अपने स्तर से जातीय जनगणना कराने के लिए सर्वदलीय बैठक करने पर विचार कर रही है।
जदयू भी जातीय जनगणना के पक्ष में
वहीं कल मंत्री विजय चौधरी का बयान सामने आया था। शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा जदयू भी जातीय जनगणना के पक्ष में है। उन्होंने कहा मेरे विधानसभा अध्यक्ष रहते यह प्रस्ताव पारित हुआ था। जातीय जनगणना होने से सभी जात सभी आबादी को अपनी एक संख्या का पता चलेगा। तेजस्वी पर कहा पदयात्रा करने के लिए सभी लोग स्वतंत्र हैं पदयात्रा कर रहे हैं यह उनका निर्णय है। राज्य सरकार जाति जनगणना कराने को लेकर विचार कर रही है।
42 से 72 घंटे का अल्टीमेटम
बता दें कि तेजस्वी यादव ने कल प्रेस कांफ्रेंस किया था। जहां उन्होंने सीएम नीतीश को 42 से 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया। तेजस्वी यादव ने कहा था कि पार्टी का दो दिन का महत्वपूर्ण बैठक है। आप कह सकते हैं पार्टी का चिंतन चल रहा है जो ज्वलन मुद्दे हैं चाहे जातीय जनगणना को लेकर हो, बेरोजगारी को लेकर हो, महंगाई को लेकर के हो। हमारी पार्टी की आगे का रूप रेखा क्या होगी और हम किन मुद्दों के साथ जनता के बीच जाएंगे इस सारे मुद्दों पर पार्टी के सारे वरिष्ठ नेता के साथ विचार विमर्श किया गया। वहीं उन्होंने जातीय जनगणना को लेकर कहा था कि 48 घंटे से 72 घंटे के बीच में मुख्यमंत्री हम लोगों को बुलाए। अगर आप नहीं बुलाते हैं तो हम आपसे समय मांगेंगे।